Breaking News

जानिए ट्रेनों की छत पर क्यों लगाए जाते हैं ये गोल-गोल ढक्कन

आपने रेलवे ब्रिज के ऊपर से ट्रेन के डिब्बे के ऊपर बने गोलाकार को जरूर देखा होगा। ये देखने में किसी ढक्कन की तरह होते हैं। लेकिन क्या आपको पता है? आखिर ट्रेन के कोच ऊपर ये गोल-गोल आकार की डिजाइन क्यों बनाई जाती है। आखिर इसका काम क्या है।

@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (31 दिसंबर, 2021)

रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक, ट्रेन कोच की छतों पर लगाई गई इन प्लेट या गोल-गोल आकृतियों को रूफ वेंटिलेटर कहते हैं, ट्रेन के कोच में जब यात्रियों की संख्या ज्यादा हो जाती है तो उसमें उमस (गर्मी) काफी बढ़ जाती है, इस गर्मी या सफोकेशन (भाप) को बाहर करने के लिए ट्रेन के कोच में खास व्यवस्था की जाती है, वर्ना बहुत मुश्किल हो सकती है।

इसके अलावा आपने ट्रेन के कोच में देखा होगा कि अंदर की तरफ एक जाली लगी होती है, जो गैस पास करती है। यानी कोच पर कहीं-कहीं जाली लगी होती है, और छेद भी होते हैं, जिससे हवा बाहर निकलती है। आपको पता होगा कि गर्म हवाएं हमेशा ऊपर की ओर उठती हैं, इसलिए कोच के अंदर छतों पर छेद वाली प्लेटें लगाई जाती हैं।

यही वजह है कि ट्रेन के ऊपर छत पर गोल गोल प्लेटें और ट्रेन के अंदर छत पर जालिया लगाई जाती है। जिससे होते हुए गर्म हवा रूफ वेंटिलेटर के रास्ते बाहर निकल जाती हैं। वहीं इस जाली के उपर एक और प्लेट लगाई जाती है, ताकि बारिश होने पर बारिश का पानी ट्रेन के अंदर न आ सके।

Check Also

बजट पर चर्चा :विपक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गाली दी, केन्द्रीय मंत्री का बड़ा आरोप

🔊 Listen to this @शब्द दूत ब्यूरो (25 जुलाई 2024) संसद के दोनों सदनों में …

googlesyndication.com/ I).push({ google_ad_client: "pub-