उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि कदम-कदम मिलाए जा कांग्रेस के गीत गाए जा, मैं पहले भी कहता था। अब मैंने इस गीत के साथ बस थोड़ा सा ढोल बजा दिया है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिसका कोच कनेक्शन जीत के लिए जरूरी है।
@शब्द दूत ब्यूरो (25 दिसंबर, 2021)
उत्तराखंड कांग्रेस में चल रहे घमासान के बीच अब सब ठीक होने का दावा किया जा रहा है। दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के साथ बैठक करके वापस आए हरीश रावत अब बदले-बदले नजर आ रहे हैं। उन्होंने अपनी नाराजगी पर क्रिकेट का उदाहरण देते हुए बताया की विश्वास और समझ का रिश्ता होना चाहिए।
हरीश रावत ने कहा कि जैसे बीसीसीआई है वैसे ही एआईसीसी मालिक है। जो पार्टी के प्रभारी हैं वह कोच हैं लेकिन कप्तान का भी अपना स्थान है। इन तीनों के बीच एक विश्वास और समझ का रिश्ता होना चाहिए। मैंने जो भी कहा वह जीतने के लिए कहा। कभी पीड़ा व्यक्त करना भी पार्टी के लिए लाभदायक होता है।
पूर्व सीएम ने कहा, ‘कदम-कदम मिलाए जा कांग्रेस के गीत गाए जा, मैं पहले भी कहता था। अब मैंने इस गीत के साथ बस थोड़ा सा ढोल बजा दिया है। कुछ चीजें ऐसी हैं जिसका कोच कनेक्शन जीत के लिए जरूरी है।’
हरीश रावत ने कहा, ‘मालिक तो एआईसीसी है बीसीसीआई की तरह, जो प्रभारी है, वह कोच हैं। मगर जो प्लेनिंग कैप्टन है उसकी भी अपनी पॉजिशन है। तीनों के बीच रिश्ता होना चाहिए कॉन्फीडेंस का और समझ का। क्रॉस उद्देश्य के लिए खेलेंगे तो मैच हार जाएंगे।’
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘जो मैंने कहा, वह इसलिए कहा कि मैच जीतें। अगर मैं उसे सामान्य तौर पर कहता तो फिर बहुत सारी चीजें राजनीति में होती हैं। कहा जाता मैं राजनीतिक अडजस्टमेंट के लिए यह कह रहा हूं। कई बार ऐसी पीड़ा व्यक्त करना भी बेहतर होता है। मुझे लगता है कि इससे पार्टी को लाभ होगा।’