@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (23 दिसंबर, 2021)
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ) के सिलसिलेवार ट्वीट से सियासत गरमा गई है। हरीश रावत ने आज एक बार फिर अपनी पार्टी के लिए और परेशानी भरे संकेत दिए।
हरीश रावत ने अपने ट्वीट पर सफाई देने के बजाय सवालों के जवाब में कहा कि वह “समय आने पर बोलेंगे यानी जवाब देंगे।” रावत के ट्वीट को कांग्रेस नेतृत्व के प्रति नाराजगी के तौर पर देखा जा रहा है।
अगले साल होने वाले उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के चेहरे के रूप में देखे जा रहे हरीश रावत ने कल कहा था, “वह ऐसा महसूस कर रहे हैं कि उनके हाथ-पैर बांधे जा रहे हैं, ऐसा लगता है कि अब विश्राम करने का समय आ गया है।” साथ ही कहा, मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे।”
रावत के ट्वीट पर कांग्रेस के असंतुष्ट धड़े जी-23 के अहम सदस्य मनीष तिवारी ने प्रतिक्रिया दी और अपनी ही पार्टी पर तंज कसा। मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, “पहले असम, फिर पंजाब, अब उत्तराखंड…भोग पूरा ही पाउण गे, कसर न रह जावे कोई।’
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “समय आने पर, मैं आपके साथ सब कुछ साझा करूंगा। अगर मैं आपसे बात नहीं करूंगा तो मैं और किससे बात करूंगा? मैं आपको फोन करूंगा। अभी के लिए, बस मजे लीजिए।” रावत की इस टिप्पणी से कांग्रेस नेतृत्व की चिंता और बढ़ सकती है।