काशीपुर ।लक्ष्मण दत्त भट्ट राजकीय चिकित्सालय के भीतर स्वास्थ्य सुविधाओं का क्या हाल है यह अंदाजा आप चिकित्सालय के मुख्य प्रवेश द्वार को ही देखकर लगा सकते हैं। चिकित्सालय के प्रवेश द्वार पर जरा-सी बरसात में ही तालाब बन जाता है। कई बार तो बिन बरसात के ही यहाँ पानी भरा रहता है। इस वजह से मरीजों और उनके तीमारदारों को आने जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
इस बारे में चिकित्साधीक्षक वी के टम्टा का कहना है कि चिकित्सालय के मुख्य द्वार पर पानी भरा रहने से परेशानी तो होती है। उन्होंने पूर्व में इसके लिए अधिकारियों से बजट की व्यवस्था को लिखा था पर उसे मंजूरी नहीं मिली। श्री टम्टा बताते हैं कि एक माह पूर्व उन्होंने जिले के एडीएम को इस संबंध में लिखित में अवगत कराया है। उन्हें इसके लिए आश्वासन भी दिया गया है। पर बरसात की वजह से अभी यह कार्य नहीं हो पायेगा। बरसात के बाद यहाँ भरान संभव हो पायेगा। भरान भी तभी होगा जब स्वीकृति मिलेगी।
बता दें कि कि काशीपुर का राजकीय चिकित्सालय जहाँ डाक्टरों की कमी से जूझ रहा है वहीं छोटी मोटी जरुरतों को भी अधिकारियों द्वारा नजरअंदाज करने से इस राजकीय चिकित्सालय की हालत दयनीय हो रही है।