साल 2022 की शुरूआत से ही देशभर के कई राज्यों में विधानसभा चुनाव है। ऐसे में हर एक पार्टी अपनी तैयारियों को लेकर कोई कमी नहीं छोड़ रही। चुनाव से पहले बैनर-पोस्टर की होड़ मची हुई और सोशल मीडिया पर भी चुनाव से पहले संग्राम देखा जा सकता है। अब चुनाव कौन जीतता है इसका फैसला तो नतीजे करेंगे लेकिन हर पार्टी जनता को लुभाने के लिए अलग-अलग प्रयासों में जुटी हुई है।
इसी चर्चा को लेकर आज हमारे साथ राजनीतिक रणनीतिकार और सलाहकार विक्रांत एडम्स भी जुड़े। विक्रांत एडम्स ने कहा कि, किसी भी चुनाव को लड़ने से पहले पार्टी के पास हर चुनौती के लिए एक चुनावी रणनीति होनी चाहिए और शायद सभी पार्टियां रणनीति बना कर भी बैठी हो लेकिन एक समस्या है जो कि इन सभी पार्टियों के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर खड़ी हो सकती है।
उन्होंने कहा कि, जैसा कि हम सभी जानते है कि इस वक्त हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती कोरोना है और सुनने में आ रहा है कि कोरोना का एक नया वेरिएंट सामने आया है, जिसे ओमीक्रान नाम से जाना जा रहा है और यह नया वेरिएंट भारत में भी अपनी दस्तक दे चुका है।
उन्होंने कहा कि, ऐसे में अगर चुनाव होते है तो यह पार्टियों के लिए तो सबसे बड़ी चुनौती बनेगा ही इसके अलावा जनता को भी प्रभावित करेगा क्योंकि चुनाव होंगे तो रैलियां होंगी और रैलियां होंगी तो भीड़ इकट्ठा होगी जो कि स्वभाविक भी है लेकिन इस भीड़ के इकट्ठा होने से जो कोरोना का विस्फोट होगा वह गंभीर बात होगी।
विक्रांत एडम्स ने कहा कि, इतना ही नहीं अगर फिर से कोरोना देश में तेजी से फैलता है तो यह चिंता का विषय होगा। ऐसे में सभी पार्टियों के पास एक बैकअप प्लान होना चाहिए। जिसे फिलहाल कोई सिरियस नहीं ले रहा है।
कौन है विक्रांत एडम्स ?
दरअसल, विक्रांत एडम्स राजनीतिक रणनीतिकार और सलाहकार तो है ही इसके अलावा विक्रांत एडम्स नाम से उनकी एक कंपनी भी है जो कि पैन इंडिया राजनितिक प्रचार-प्रसार का कार्य करती है। अभी तक विक्रांत एडम्स देशभर के कई राज्यों में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और एन.सी.पी के लिए कार्य कर चुके है और उनके आगामी कई प्रोजेक्ट्स भी है जो चल रहे है।