@शब्द दूत ब्यूरो (23 नवंबर 2021)
संतों के भारी विरोध और गुस्से को देखते हुए रेलवे को रामायण एक्सप्रेस में अपने वेटर्स की वर्दी में बदलाव करना पड़ा।
बता दें कि संतों ने वेटर्स की भगवा पोशाक को हिंदू धर्म का अपमान बताया। इसको बदले ना जाने पर 12 दिसंबर को दिल्ली में ट्रेन रोकने की धमकी दी थी। भारतीय रेलवे ने बाकायदा एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया है “यह सूचित किया जाता है कि वेटर्स की पेशेवर पोशाक पूरी तरह से बदल दी गई है। असुविधा के लिए खेद है।”
अब वेटर्स की वर्दी सामान्य शर्ट, पतलून और पारंपरिक टोपी को अपनाया है। हालांकि वेटर्स भगवा मास्क और दस्ताने पहने रहेंगे। उज्जैन अखाड़ा परिषद के पूर्व महासचिव अवधेशपुरी ने कहा कि हमने दो दिन पहले रेल मंत्री को एक पत्र लिखा था, जिसमें हमने रामायण एक्सप्रेस में जलपान और भोजन परोसने वाले वेटर्स के भगवा पोशाक पहनने को लेकर विरोध जताया था। उन्होंने कहा कि साधु की तरह टोपी के साथ भगवा पोशाक पहनना और रुद्राक्ष की माला (हार) पहनना हिंदू धर्म और उसके संतों का अपमान है।