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दिल्ली-एनसीआर की हवा सबसे जहरीली, नोएडा और बुलंदशहर सबसे प्रदूषित शहर

@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (13 नवंबर, 2021)

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक स्मॉग और प्रदूषण के मामले में दिल्ली-एनसीआर सबसे प्रदूषित रहा। इसका कारण मिक्सिंग हाइट गिरने व सतह पर हवा की चाल थमने से वेंटिलेशन इंडेक्स का संकरा होना मना जा रहा है। इसके अलावा पराली ने भी अपना असर दिखाया।

इस सीजन में पहली बार दिल्ली-एनसीआर की हवा शुक्रवार को सबसे जहरीली दर्ज की गई। नोएडा और बुलंदशहर देश के सबसे प्रदूषित शहर रहे। दोनों शहरों को प्रदूषण स्तर 488 पर पहुंच गया है। वहीं, दिल्ली समेत एनसीआर के सभी शहरों की हवा भी खतरनाक स्तर के करीब पहुंची।

प्रदूषण बढ़ाने में चार कारक सबसे प्रभावी रहे। तापमान कम होने से मिक्सिंग हाइट एक किलोमीटर से भी नीचे पहुंच गई। वहीं, सतह पर चलने वाली हवाएं भी थमी सी रहीं। दोनों के मिले-जुले असर वेंटिलेशन इंडेक्स भी संकरा हो गया। इसके साथ ही पराली के धुएं ने भी गहरा असर डाला।

दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं का हिस्सा 35 फीसदी रहा। चारों कारकों के चक्रव्यूह में फंसने से दिल्ली-एनसीआर की हवाएं दिन भर दमघोंटू बनी रहीं।फिलहाल, अगले दो दिन तक प्रदूषण छंटने के आसार नहीं दिख रहे हैं। इस दौरान दिल्ली-एनसीआर के शहरों को प्रदूषण स्तर 450 से ऊपर बने रहने की आशंका है। सोमवार को सतह पर चलने वाली हवाओं की चाल बढ़ने की उम्मीद है। इससे प्रदूषण का स्तर कम हो सकता है। फिर भी, इसके बेहद खराब और गंभीर स्तर की सीमा पर बने रहे का अनुमान है।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने संबंधित एजेंसियों को कड़ी निगरानी रखकर रोजाना प्रदूषण रिपोर्ट देने के भी निर्देश दिए हैं। उन्हें इसे आपातकाल मानकर ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) का पालन करने को कहा है। घर से निकलना मजबूरी हो, तो कार पूलिंग करें, सार्वजनिक परिवहन लें। काम न हो तो घर से न निकलें। बहुत ही जरूरी हो, तो कम से कम समय के लिए घर से बाहर निकलें।

दिल्ली, गाज़ियाबाद, नोएडा सहित पूरे एनसीआर में एक्यूआई गंभीर श्रेणी का है। गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को घर से न निकलने की सलाह दी गई है। कहा गया है कि सुबह-शाम सैर, जॉगिंग और एक्सरसाइज के लिए न जाएं और  सुबह और देर शाम में दरवाजे और खिड़कियां न खोलें।

पर्यावरण मंत्रालय के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली एनसीआर में वायु गुणवत्ता के लिए आने वाला सप्ताह महत्वपूर्ण है। इसलिए कमेटी ने सभी संबंधित राज्य सरकारों और एजेंसियों को कार्रवाई तेज करने का निर्देश दिया है। कमेटी ने बैठक में कहा, हालात लगातार बिगड़ रहे हैं। उस पर मौसम की मार ने हालात को बदतर बना दिया है।

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