प्रिंसिपल ने छात्र को टीसी में घोषित किया अपराधी, शिक्षक की पिटाई का विरोध छात्र को पड़ा भारी। इस मामले में जिस तरह से गुरु जी ने छात्र को अपराधी घोषित कर दिया है, इस तरह अदालत भी किसी को अपराधी नहीं मानती। हत्या में भी किसी को जब तक सजा नहीं हो जाती तब तक कानून उसे अपराधी नहीं बल्कि आरोपी माना जाता है अब ऐसे में क्या गुरु जी अदालतों से भी ऊपर है ये बड़ा सवाल है।
@ मनोज त्रिपाठी
प्रतापगढ़। मंगरौरा ब्लाक में स्थित जगेश्वर यादव इंटर कालेज के प्रिंसिपल ने कक्षा 11 के छात्र शिवशान्त सिंह के टीसी में उसे अपराधी घोषित कर दिया। छात्र की मां ने बताया कि जब वह विद्यालय में जाकर प्रिसिंपल से मिली तो प्रिंसिपल का कहना था कि मुझे जो करना था कर दिया अब कुछ नही होगा। इसका पूरे देश में कही भी चले जाओ कहीं एडमिशन नही मिलेगा। मैं कई छात्रों को मार चुका हूं किसी ने विरोध नहीं किया।
जिसके बाद से परिवार अफसरों की चौखट के चक्कर लगा रहा है। इस कलंक से छुटकारा पाने को इतना ही नहीं डीआईओएस से लेकर मुख्यमंत्री तक प्रार्थना पत्र देकर फरियाद लगाई है। बता दें कि टीसी में कक्षा 9 और 11 में इसी छात्र का चरित्र उत्तम भी दर्शाया गया है, इस बाबत छात्र शिवकांत ने बताया कि बीती 27 तारीख को छात्रों में आपस मे विवाद हुआ था जिसके मुझे डंडे से गुरु जी ने पीटा था जिसमे सिर और हांथ में चोट भी आई थी इसी बात का विरोध करने और टीसी मांगने पर टीसी में अपराधी लिख दिया।
इस बाबत डीआईओएस ने बताया कि मामला आईजीआरएस के माध्यम से संज्ञान में आया है जांच कराई जा रही है जो भी तथ्य सामने उसके आधार पर की जाएगी, प्रथम दृष्टया किसी भी छात्र की टीसी पर इस तरह का अंकन किया जाना न्यायोचित नहीं है।