काशीपुर ।स्वच्छता अभियान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषण में तमाम बार बड़ी बड़ी बातें करते हैं। वैसे प्रधानमंत्री स्वयं तो इस पर अम्ल करते नजर आते भी हैं। पर उनके नाम पर चुनाव जीते जनप्रतिनिधियों को शायद धरातल पर स्वच्छता अभियान से कोई मतलब नहीं है। इसका ज्वलंत प्रमाण है काशीपुर नगर निगम। आपने कई बार नगर निगम के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को स्वच्छता अभियान में शामिल होकर फोटो खिंचवाते देखा होगा। लेकिन उस फोटो शूट से अलग एक फोटो शब्द दूत आपके लिए लाया है। यह फोटो निगम के स्वच्छता के दावे को सिरे से खारिज करता है। आप रोज़ सुबह शाम घर से बाहर निकले और ठीक आपके दरवाजे पर सीवर के मेन होल से बदबूदार मल का पानी लगातार बहता रहे तो आप स्वच्छ भारत के नारे के साथ कैसे जी सकते हैं। काशीपुर के मोहला लाहौरियान वार्ड न. 28 के निवासी पिछले दो साल से ऐसी ही स्थिति से गुजर रहे हैं। नगर निगम काशीपुर और सरकार दोनों ही स्वच्छ भारत के नाम बड़े बड़े दावे करते हों पर हकीकत धरातल पर कुछ और ही है। यहाँ के नागरिकों का कहना है कि कई बार निगम के अधिकारियों को लिख कर दिया जा चुका है पर इस गंभीर समस्या का कोई हल आज तक नहीं निकल पाया। जिस जगह पर सीवर के मेन होल से गंदगी बाहर निकल रही है वहाँ से दिन भर सैकड़ों लोग गुजरते हैं और पास में ही श्री गीता बाल मंदिर जूनियर हाईस्कूल भी है। इस विद्यालय के छात्र छात्राएं सुबह शाम यहाँ से निकलते है। निगम के अधिकारियों को लगता है यह नहीं दिखाई देता। शब्द दूत को स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस बारे में कई बार बताया गया लेकिन इस समस्या का कोई स्थायी हल नहीं निकाला गया मजबूरन लोगो को इस गंदगी के बीच रहना पड़ रहा है। इससे यहाँ तमाम रोगों का खतरा बढ़ गया हैं ।
प्रधानमंत्री के दावों को काशीपुर नगर निगम ने पूरी तरह से हवा में उड़ा दिया है और स्वच्छ भारत अभियान को ठेंगा दिखा दिया है।