ऊधमसिंह नगर। जिले में तमाम समाजसेवी नजर आ रहे हैं। इनमें से कुछ वास्तव में समाजसेवा ही कर रहे हैं जो कि समाज के मजलूम और बेसहारा लोगों की सेवा निस्वार्थ भाव से करते हैं। ऐसे समाजसेवियों को हमेशा सम्मान मिलना चाहिए। आज हम आपको बताने जा रहे हैं बल्कि सावधान करने जा रहे हैं ऐसे तथाकथित समाजसेवियों से जो कि समाजसेवा के नाम पर अपना स्वार्थ सिद्ध करते हैं। ऐसे लोगों की पहचान के लिए आपको कुछ नहीं करना। ये आमतौर पर पुलिस थाने या चौकियों में मंडराते दिखाई देंगे। इसके अलावा इनकी एक और पहचान है ये अक्सर किसी संस्था के नाम से उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देते भी नजर आते हैं। ज्ञापन देने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि अगले दिन मीडिया में इनकी तस्वीर आ जाती है। जबकि जिन लोगों के लिए ये ज्ञापन देते हैं उन्हें मालूम भी नहीं होता है कि उनके नाम पर ये अपनी फर्जी समाजसेवा का डंका बजा रहे होते हैं। इन फर्जी समाजसेवियों का एक और तरीका है ये किसी प्रशासनिक अधिकारी या पुलिस अधिकारी के जन्म दिन का पता चलते ही सोशल मीडिया पर यह पोस्ट डालने से नहीं चूकते। पोस्ट की भाषा इस प्रकार होती है “हर दिल अजीज मेरे दिल के करीब मेरे बड़े भाई अमुक अधिकारी का नाम” को जन्म दिन की हार्दिक बधाई।
ऐसे तमाम समाजसेवी आज अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं। वैसे कुछ शहरों में आपको रोज ही कोतवाली में ऐसे समाजसेवियों के दर्शन हो सकते हैं। वैसे इन कथित समाजसेवी लोगों ने वास्तविक समाजसेवियों को पीछे छोड़ दिया है।