रिपोर्ट सौजन्य – मुकेश वर्मा
झांसी। उत्तर प्रदेश में विद्युत विभाग में 1600 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। मामले में अधिशासी अभियंता तथा हैदराबाद की एक फर्म सहित नौ लोगों के विरूद्ध विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज कराया है।
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना वर्ष 2005 – 06 में क्षेत्र में तय मानकों के विपरीत कार्य करने की शिकायत आई थी। गत दो वर्षों से विजिलेंस मामले की जांच कर रही थी। जांच में साबित हुआ कि इस योजना में हैदराबाद की मै. आई बी आर सी एल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट लि. के साथ सांठगांठ कर राजकीय कार्यो में भारी वित्तीय अनियमितताओं में विभागीय अधिकारी लिप्त रहे। एक अनुमान के मुताबिक इस अनियमितता से सरकार को 1600 करोड़ रुपये का चूना लगाया गया है।
झांसी सेक्टर के निरीक्षक उ. प. सतर्कता अधिष्ठान अजीत कुमार ने झांसी में यह मामला दर्ज कराया है। मामले में प्रदीप कुमार सिन्हा, सहायक अभियंता /उपखंड अधिकारी, हरीश कुमार अवर अभियंता, जंग सिंह अवर अभियंता, अनुभव कुमार सहायक अभियंता, भगवंत सिंह अवर अभियंता, शशिवेन्द्र अवर अभियंता, लोकेश कुमार अधिशासी अभियंता, योगेन्द्र सिंह अवर अभियंता तथा मै आई बी आर सी एल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड प्रोजेक्ट लि को नामजद किया गया है।