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काशीपुर :मां बाल सुंदरी देवी मंदिर में पशुबलि निवारण जन चेतना गोष्ठी का हुआ आयोजन

@शब्द दूत ब्यूरो (2 अक्टूबर 2021)

काशीपुर । जनपद में दशहरे पर संभावित पशुबलि की आशंका वाले मंदिरों पर पशु चिकित्सा विभाग की ओर से पशुबलि निवारण जन चेतना गोष्ठी का आयोजन विभिन्न शहरों में किया जा रहा है।

यहाँ आज इसी क्रम में मां बाल सुंदरी देवी के मंदिर में एक जनचेतना गोष्ठी मंदिर के मुख्य पंडा विकास अग्निहोत्री के मुख्य आतिथ्य में आयोजित की गयी। गोष्ठी में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा धामी ने जनपद में पशु बलि के रोक हेतु चलाए जा रहे कार्यक्रमों तथा उत्तराखंड पशु कल्याण बोर्ड की भूमिका पर विस्तार से जानकारी देते हुए बेजुबान जानवरो के सार्वजनिक बलि न किए जाने का आग्रह किया।डा जी एस खड़ायत ने इस अवसर पर बताया कि वेदों में भी पशुबलि को अनुचित बताया गया है। किंतु भारत के मध्य कालीन युग में वेदों की गलत व्याख्या की गई जिस वजह से पशु बलि को बढ़ावा मिला। पंडा विकास अग्निहोत्री ने बताया कि जब से न्यायालय ने पशुबलि पर रोक लगाने के आदेश दिये 2013 से इस मंदिर में पशुबलि नहीं की जाती।  उन्होंने कहा कि अगर देवी माँ को प्रसन्न करना है तो श्रीफल चढ़ाकर किया जा सकता है। गोष्ठी में मौजूद नायब तहसीलदार ने पशुबलि रोकने के लिए प्रशासन की ओर से पूरे सहयोग का आश्वासन दिया।

इस अवसर पर पार्षद अनिल कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल रहे।  गोष्ठी में विश्व हिंदू परिषद के नगर प्रभारी  परनामी, गौ सेवा संघ विष्णु गोस्वामी एवं नगर के विभिन्न गौ सेवकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में पशु प्रेमी जनता सहित अनेक लोग मौजूद थे। 

 गोष्ठी का संचालन डॉ जी सी मैन्दोलिया द्वारा किया गया उक्त गोष्ठी में मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जी एस धामी डॉक्टर जी एस खड़ायत डॉ राजीव कुमार, डा मुकेश कुमार दुम्का, डॉक्टर अंकित कुमार, काशीपुर ब्लॉक के समस्त पशुधन प्रसार अधिकारियों सहित कई लोगों द्वारा भाग लिया गया। इस अवसर पर समाज सेवी, विश्व हिन्दू परिषद, गौसेवा समिति सदस्य, मंदिर के सदस्य गण सहित दर्जनों जागरूक लोगों ने प्रतिभाग किया । अंत में काशीपुर पशु चिकित्सालय की ओर डा दुमका ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद किया। 

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