@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (26 सितंबर, 2021)
संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। चालीस किसान संगठनों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने देश के सभी लोगों से बंद में शामिल होने की अपील की है। साथ ही मोर्चे की ओर से सभी राजनीतिक दलों और राज्य सरकारों से भी भारत बंद में शामिल होने की अपील की गई है।
भारत बंद के मद्देनजर दिल्ली में भी सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। दस महीने से जारी आंदोलन के दस महीने पूरे होने पर संयुक्त किसान मोर्चा ने मोदी सरकार के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने राजनीतिक दलों से कहा है कि वे ‘‘लोकतंत्र और संघवाद के सिद्धांतों को बचाए रखने की उनकी लड़ाई में हिस्सा लें।” जिसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद को कई राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने बंद को अपना समर्थन दिया है। वहीं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भारत बंद में शामिल होने की घोषणा की है। हालांकि संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि उनकी नीति है कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ किसान मोर्चा मंच साझा नहीं करेगा।
कुछ संगठनों ने भी भारत बंद का समर्थन किया है। ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन ने सोमवार को आयोजित होने वाले बंद को अपना समर्थन दिया है। साथ ही सरकार से किसानों के साथ बातचीत करने और तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की है।
उधर, दिल्ली में ‘भारत बंद’ के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बंद के मद्देनजर सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अधिकारी ने कहा कि शहर की सीमाओं पर तीन जगह प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों में से किसी को दिल्ली में प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।