देहरादून। मानसून की पहली बारिश ने उत्तराखंड में कहर बरपा दिया है। जगह-जगह तेज बारिश के चलते नदी-नाले और गधेरे उफान पर हैं।पौड़ी जिले के कोटद्वार में गधेरे का पानी घरों में घुस जाने से करंट की चपेट में आकर तीन युवकों की मौत हो गयी । बताया जा रहा है कि कौड़िया और आमपड़ाव के कई घरों में बरसात का पानी भर गया है। लोगों के घरों में लाखों का सामान नष्ट हो गया है। सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंच गई है।
देहरादून में भी कई जगह पर बारिश से जलभराव हो गया। लोग सुबह से ही घरों से पानी निकालने में लगे रहे। वहीं, ऋषिकेश से उत्तरकाशी मार्ग हिंडोलाखाल में मलबा आने से बंद हो गया। पुलिस के मुताबिक रास्ते को केवल हल्के वाहनों के लिए खोला गया है। भारी वाहनों की एंट्री अभी बंद कर दी गई है। वहीं मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे भी बंद है।
देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, रुड़की समेत गढ़वाल के कई इलाकों में बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी। लेकिन यहां बाद में धूप निकलने से फिर उमस और गर्मी होने लगी है।
मौसम विभाग ने प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में अगले तीन दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। तीन जुलाई को तीन जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
वहीं, चार और पांच जुलाई को सात जिलों में भारी बारिश हो सकती है। भारी बारिश की आशंका को देखते हुए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र की ओर से जारी बुलेटिन के अनुसार तीन जुलाई को नैनीताल, चंपावत और पौड़ी जिले के ज्यादातर क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश होने के आसार हैं।
वहीं, चार और पांच जुलाई को वर्षा का दायरा बढ़ जाएगा। इस दौरान राजधानी देहरादून, टिहरी, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि आज राजधानी दून समेत आसपास के इलाकों में बादल छाए रह सकते हैं। कुछ इलाकों में चमक और गरज के साथ बारिश भी हो सकती है। इस दौरान दिन में लोगों को गर्मी और उमस से कुछ राहत मिल सकती है।