@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (01 सितंबर, 2021)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पार्टी के पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने पंज प्यारे शब्द के इस्तेमाल पर सियासी पारा चढ़ने के बाद अब माफी मांग ली है। रावत ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चीफ नवजोत सिंह सिद्धू और चार कार्यकारी अध्यक्षों को ‘पंज प्यारे’ कहकर संबोधित किया था, जिस पर शिरोमणि अकाली दल की तरफ से आपत्ति दर्ज कराई थी।
पंजाब में पार्टी की घमासान को शांत कराने के इरादे से पहुंचे रावत ने कहा, ‘मैंने पंज प्यारे शब्द का इस्तेमाल सम्मानित व्यक्ति के लिए संदर्भ के तौर पर किया। लेकिन फिर भी अगर मेरे शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुईं हो तो मैं माफी मांगता हूं और शब्दों को वापस लेता हूं। प्रायश्चित के लिए मैं अपने उत्तराखंड में जाकर गुरुद्वारे में झाड़ू लगाऊंगा।’
हरीश रावत ने कहा कि कभी-कभी आदर के शब्द पर आपत्ति हो जाती है। उन्होंने पीसीसी चीफ नवजोत सिंह सिद्धू और चार कार्यकारी अध्यक्षों को पंज प्यारे कहकर संबोधित किया था। शिरोमणि नेता दलजीत सिंह चीमा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हरीश रावत को पता होना चाहिए कि सिखों के लिए पंज प्यारे का क्या महत्व है। यह कोई मजाक नहीं है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए। मैं पंजाब सरकार से अपील करता हूं कि रावत के खिलाफ केस दर्ज करें।