@शब्द दूत ब्यूरो (23 अगस्त, 2021)
उत्तराखंड में चुनाव सिर पर हैं। चुनावी आहट के बीच महावीर चक्र विजेता जसवंत सिंह रावत के नाम पर ‘जसवंत गढ़’ जिला बनाने की भी सुगबुगाहट है। नैनीडांडा के धुमाकोट में सम्पन्न हुई इस जनसभा में बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने शिरकत की।
पौड़ी गढ़वाल के विकास खण्ड नैनीडांडा के धुमाकोट में अमर शहीद जसवंत सिंह रावत के जयंती समारोह में अलग जिला बनाने की मांग जोरशोर से उठी। पौड़ी गढवाल के विकास खण्ड नैनींडांडा, रिखणीखाल, बीरोंखाल, पोखड़ा,थैलीसैंण व जिला अल्मोड़ा के विकास खंड सल्ट को मिलाकर 14वां जिला “जसवंत गढ़” के गठन को लेकर आंदोलन तेज करने के लिए संघर्ष समिति ने घोषणा की।
जिला बनाओ संघर्ष समिति के संस्थापक आरपी ध्यानी ने कहा कि आन्दोलन को क्षेत्र के पूर्व सैनिकों का अभूतपूर्व समर्थन प्राप्त हो रहा है। कर्नल जयवर्धन रावत ने भी पूर्व सैनिकों से जिला बनाओ आंदोलन से जुड़ने का आह्वान किया।
बड़ी संख्या में उपस्थित पूर्व सैनिकों ने जिला आंदोलन से जुड़ने की अपनी बचबद्धता के साथ जसवंत सिंह अमर रहे के नारे का उद्घघोष देश के लिए किया कई सैन्य संघर्षों में अपना फर्ज निभाने वाले भारतीय सेना के जांबाज योगेश्वर ध्यानी सूबेदार भगत सिंह रावत आदि बहुत से पूर्व सैनिकों ने जिला जसवंत गढ़ की हुंकार भरी। इस अवसर पर सभी विकास खण्डों के ग्राम प्रधान, क्षेत्र पंचायत सदस्य और जिला पंचायत सदस्य भी मौजूद रहे।
नैनीडांडा विकास खण्ड की पूर्व प्रमुख मधु बिष्ट ने जसवंत गढ़ जिला गठन को क्षेत्र के चहुंमुखी विकास के लिए आवश्यक बताया।
क्षेत्रीय विकास के लिए बचनबद्ध चौख्यत विकास समिति ने इस अवसर पर अपनी मुख्य भूमिका निभाई। समिति के अध्यक्ष उपदेश बिष्ट ने कहा कि इस संघर्ष में हमारी समिति जसवंत गढ़ जिला संघर्ष समिति के संघर्ष में साथ रहेगी।