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उत्तराखंड :एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाले युवा पर्वतारोही मनीष कसनियाल को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित

@शब्द दूत ब्यूरो (3 अगस्त 2021)

देहरादून । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने आवास स्थित कैम्प कार्यालय में पिथौरागढ़ के पर्वतारोही  मनीष कसनियाल को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने मनीष को एवरेस्ट चोटी पर तिरंगा फहराने की उपलब्धि पर बधाई दी एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

बता दें कि मनीष कसनियाल ने 01 जून 2021 को विश्व की सबसे ऊँची चोटी एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था। आईएमएफ के मिशन मैसिफ के तहत मनीष अपनी टीम साथी सिक्किम की सुश्री सुनीता प्रधान के साथ माउंट एवरेस्ट पर पहुंचे। पिथौरागढ़ के कासनी गांव निवासी एवं आइस संस्था के सदस्य मनीष कसनियाल ने 1 जून की सुबह दुनिया की सबसे ऊंची चोटी 8848 मीटर ऊंची सागरमाथा चोटी पर पहुंच कर देश का झंडा लहराया।

इस दौरान उसके साथ सिक्किम निवासी पर्वतारोही मनीता प्रधान और दो नेपाली शेरपा शामिल थे। इनके एवरेस्ट में चढ़ते ही बेस कैंप से सूचना आइस संस्था को दी गई। युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार और भारतीय पर्वत। रोहण संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में मैसिफ एवरेस्ट अभियान के लिए 12 पर्वतरोहियों का चयन हुआ था।

इस अभियान के लिए टीम लीडर मनीष कसनियाल को बनाया गया था। अभियान के लिए मनीष 28 मार्च को पिथौरागढ़ से दिल्ली रवाना हुआ। इस अभियान के लिए 12 सदस्यीय दल को चार टीमों में बांटा गया। तीन टीमों ने एवरेस्ट के निकट की तीन चोटियों काआरोहण करना था। मनीष और सुनीता को एवरेस्ट चढऩा था।

एक अप्रैल को इस दल को नई दिल्ली से खेल एवं युवा कार्यक्रम मंत्री किरण रिजजु ने हरी झंडी दिखा कर काठमांडू को रवाना किया। तब से दल अभ्यास कर रहा था। एवरेस्ट अभियान के लिए मनीष कसनियाल का दल रात्री दस बजे 7900 मीटर की ऊंचाई पर स्थित कैंप चार से एवरेस्ट चोटी फतह को निकले और सुबह पांच बजे दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंच कर भारत का तिरंगा फहराया।

 

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