@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
चीन का बेकाबू 5बी रॉकेट अब खतरे की वजह नहीं बनेगा। चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि इसका बड़ा हिस्सा हिंद महासागर में गिर चुका है। वहीं इस रॉकेट का एक बड़ा हिस्सा वायुमंडल में प्रवेश करते ही खत्म हो गया था। रॉकेट की क्रैश लैंडिंग को लेकर आशंकित दुनियाभर के वैज्ञानिकों की इसपर नजर बनी हुई थी।
चीनी रॉकेट का अनियंत्रित बड़ा हिस्सा खतरे के तौर पर देखा जा रहा था। इसके नौ मई को धरती पर गिरने की आशंका व्यक्त की गई थी। लेकिन इसके लैंडिंग को लेकर कोई सटीक जानकारी नहीं मिल सकी थी। नासा समेत दुनियाभर की अंतरिक्ष एजेंसियों की नजर इसपर टिकी हुई थी। लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट के कोर स्टेज का वजन 21 टन था। अगर रॉकेट का यह हिस्सा किसी आबादी वाले क्षेत्र में गिरता, तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
इसे लेकर बीजिंग के अधिकारियों ने कहा था कि लॉन्ग मार्च -5बी रॉकेट के फ्रीफ़ॉलिंग सेगमेंट से बहुत कम जोखिम था। बता दें कि 29 अप्रैल को चीन के नए अंतरिक्ष स्टेशन के पहले मॉड्यूल को पृथ्वी की कक्षा में लॉन्च किया था। चीनी एजेंसी ने बताया कि रॉकेट का अधिकांश हिस्सा वायुमंडल में प्रवेश करते ही नष्ट हो गया था।