गाजियाबाद। जनपद के लोनी के अशोक विहार कालोनी में मांगने वाली तीन महिलाओं को बंधक बनाकर ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया। ग्रामीणों को आशंका थी कि उन्होंने बच्चे को गायब किया है। पुलिस को मामले की सूचना मिली तो वह मौके पर पहुंची जहाँ ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर पथराव कर दिया। हालात बिगड़ने पर पुलिस ने अतिरिक्त बल मंगाकर बंधक महिलाओं को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त करा ग्रामीणों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार अशोक विहार कालोनी में रहने वाले मोहम्मद शमीम का नौ माह का बेटा बीते बुधवार को चोरी हो गया था। परिजन इस संबंध में पुलिस को शिकायत देने के साथ खुद भी बच्चे की तलाश कर रहे थे। इसी बीच रविवार की सुबह ऋषि कालोनी की रहने वाली तीन महिलाएं सुरेश, मधु और पल्लव भिक्षा मांगते हुए अशोक विहार कालोनी पहुंच गई। उन्हें देखकर मुहल्ले के लोगों ने इन्हें बच्चा चोर समझ लिया और स्थानीय निवासी फारुख के घर में इन्हें बंधक बनाकर मारपीट करने लगे। इतने में सूचना मिलने पर लोनी कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और तीनों महिलाओं को छुड़ाने का प्रयास किया। लेकिन ग्रामीणों के आक्रोश के आगे पुलिस की एक ना चली।
ऐसे में थोड़ी देर बाद क्षेत्राधिकारी लोनी अतुल सोनकर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हल्का बल प्रयोग कर तीनों महिलाओं को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त करा लिया। इसके बाद जैसे ही पुलिस टीम आगे बढ़ी ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी को घेर कर पथराव शुरू कर दिया। ऐसे में पुलिस ने लाठी फटकारते हुए ग्रामीणों को खदेड़ा।
ग्रामीणों के पथराव के दौरान एक तरफ जहां क्षेत्राधिकारी लोनी की गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है, वहीं एक पुलिस कांस्टेबल मूलचंद को गंभीर चोटें आई है। उनके हाथ पर पत्थर लगने से घाव हो गया है। उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। ग्रामीणों के पथराव से अन्य कई पुलिसकमिर्यों को भी हल्की फुल्की चोटें आई हैं।
पुलिस अधीक्षक ग्रामीण ने बताया कि इस मामले में भीड़ के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने और पुलिस टीम पर पथराव करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस पथराव करने वालों की पहचान कर रही है। इसी के साथ ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त कराई गई तीनों महिलाओं से भी पूछताछ की जा रही है। 



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