अधिकारी लगा रहे दिल्ली दौड़
शासकीय कार्य लटके
वेद भदोला नई दिल्ली से
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चाओं को भले ही खारिज करने के बयान दिये जा रहे हों, पर दूसरी तरफ सूत्रों से पता चला है कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर प्रदेश की राजधानी से लेकर देश की राजधानी तक में खिचड़ी पक रही है। और यह बात भी साफ हो गयी है कि राज्य के तमाम पार्टी नेताओं से लेकर आम कार्यकर्ताओं में भी मौजूदा मुख्यमंत्री को लेकर कोई उत्साह नहीं है। उधर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत प्रदेश छोड़ पिछले चार दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। मुख्यमंत्री के प्रदेश में न होने की वजह से तमाम शासकीय कार्य लटके हुए हैं। अधिकारियों को जरुरी फाइलों पर मंजूरी के लिए दिल्ली दौड़ लगानी पड़ रही है।
सूत्र बताते हैं कि राज्य में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जबर्दस्त रस्साकशी चल रही है। केन्द्र में गये की भाजपा दिग्गज भी राज्य में नेतृत्व परिवर्तन के पक्ष में बताये जाते हैं। वहीं कुछ मंत्रियों और विधायकों में भी नाराजगी की बात सामने आ रही है। बीच में कुछ मंत्रियों के बयान भी इस तरह के आये थे जिससे साफ लग रहा था कि नेतृत्व को लेकर वह नाराज हैं। सूत्रों की अगर मानें तो हाईकमान ने लोकसभा चुनावों तक प्रतीक्षा करने को कहकर मंत्रियों को फिलवक्त शांत कर दिया था। अब लोकसभा चुनाव के बाद पुनः नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है।