समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव के रामपुर आते ही पुलिस ने सांसद आजम खां पर कानूनी शिकंजा और कस दिया। उनके खिलाफ 11 और मुकदमों में चार्जशीट लगा दी है। इन मुकदमों में आजम खां नामजद भी नहीं थे। पहले ही उनके खिलाफ 75 मुकदमों में चार्जशीट लग चुकी है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद आजम खां करीब साल भर से बेटे अब्दुल्ला संंग सीतापुर की जेल में बंद हैं। उनकी पत्नी शहर विधायक डॉ. तजीन फ़ातिमा भी 10 माह बाद जेल से छूटी हैं। प्रशासन आजम खां को भूमाफिया घोषित करने के साथ ही उनकी जौहर यूनिवर्सिटी की जमीन को भी सरकार में दर्ज करा चुका है।
आजम खां से हमदर्दी जताने और यूनिवर्सिटी को बचाने के इरादे से समाजवादी पार्टी ने रामपुर से साइकिल यात्रा शुरू की है। इसके लिए सपा मुखिया अखिलेश यादव खुद रामपुर पहुंचे। उन्होंने जौहर यूनिवर्सिटी के पास जनसभा करने के बाद शहर में 11 किलोमीटर लंबी साइकिल यात्रा निकाली। लेकिन, उनकी इस यात्रा से आजम खां की मुसीबतें कम होने के बजाय और बढ़ गईं। पुलिस ने उनके खिलाफ 11 और मुकदमों में चार्जशीट लगा दी है। ये ऐसे मुकदमे हैं, जिनमें वह नामजद भी नहीं थे। लेकिन, पुलिस ने आरोपित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक शगुन गौतम का कहना है कि विवेचना के दौरान जो नामजद अभियुक्त गिरफ्तार किए गए, उन्होंने यह बयान दिए कि आजम खां के इशारे पर ही मकानों में लूटपाट और तोड़फोड़ की गई थी। उनके बयान के बाद पुलिस ने साक्ष्य एकत्र किए गए। आजम खां के खिलाफ साक्ष्य मिलने पर ही चार्जशीट लगा दी गई है।