काशीपुर । काशीपुर अर्बन कोआपरेटिव बैंक में एक अनोखा मामला सामने आया है। ऋण की किश्तों के मामले को लेकर बैंक व ऋणी के बीच ठन गई है।
नगर निवासी जे एस नरूला ने अपने पुत्र रौनक नरूला के लिये वर्ष 2012 में 19 लाख रूपये का शिक्षा लोन लिया था। बैंक ने लोन की किश्त 29845 प्रतिमाह की 84 किश्तों में लोन की रकम चुकाने को कहा था।
बाद में बैंक ने मानवीय त्रुटि बताते हुए किश्त की प्रतिमाह रकम 53715 बताई। बैंक के मुताबिक ऋणी को जो स्वीकृति पत्र दिया गया उसमें भूलवश किश्त की रकम कम दर्शा दी गई।
बैंक की ओर से किश्त की रकम बढ़ाने पर रौनक नरूला के पिता जे एस नरूला उच्च न्यायालय चले गए जहाँ से उन्हें न्यायालय ने डी आर टी में मामला ले जाने को कहा। इसके लिए उन्हें छह सप्ताह का समय दिया गया।
जे एस नरूला अब काशीपुर अर्बन कोआपरेटिव बैंक के प्रधान कार्यालय के समक्ष आज धरने पर बैठ गये हैं। अर्बन कोआपरेटिव बैंक के अध्यक्ष चौधरी प्रताप सिंह ने कहा कि बैंक ने नियम विरुद्ध कोई कार्य नहीं किया है।
बहरहाल यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। बैंक जहाँ इसे मानवीय भूल बता रहा है। वहीं जे एस नरूला बैंक के रवैये को नियम बताकर धरने पर बैठे हुए हैं।