@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर हमला करते हुए समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर विधानसभा में वह जिस प्रकार की ‘ठोंक देंगे’, ‘पटक के मारेंगे’ की भाषा बोलते हैं, वह एक योगी की भाषा नहीं हो सकती है। अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर सदन में ‘ठोक देंगे’, पटक के मारेंगे” जैसी भाषा नहीं बोली जा सकती है।
यादव ने चुटकी लेते हुए कहा, ऐसा लगता है कि उन्होंने बचपन में लाल मिर्च का सेवन किया था, इसीलिए उन्हें समाजवादी लाल टोपी से डर लगता है। उन्होंने कहा कि लाल भावनाओं का रंग है, हमारा दुख और खुशी इस रंग के साथ परिलक्षित होती है, हम यह भी कह सकते हैं कि जिन लोगों का दिल काला होता है, वे काली टोपी पहनते हैं। यहां अखिलेश का इशारा राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ कार्यकर्ताओं से था, जो काली टोपी पहनते हैं।
अखिलेश उत्तर प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री योगी के बयान का जिक्र कर रहे थे, जब उन्होंने कहा था कि एक टोपी पहने नेता को एक बच्चे ने गुंडा समझ लिया था और सदस्यों से कहा था कि वह लाल, पीली, नीली, टोपी पहन कर लोकतंत्र के मंदिर सदन को नाटक कंपनी के रूप में न बदलें। अखिलेश ने कहा कि वर्तमान में “लोकतंत्र के लिए खतरा” है और केवल सपा ही भाजपा से लड़ सकती है। कृषि कानूनों के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि यह किसानों के लिए “डेथ वारंट” यानी मौत का फरमान साबित होगा।