@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो
अफगानिस्तान को ईरान के हेरात प्रांत से जोड़ने वाले बेहद अहम इस्लाम काला बॉर्डर पर 13 फरवरी को सैकड़ों ट्रकों को चपेट में ले चुकी आग की भीषणता हाई-रिसॉल्यूशन सैटेलाइट तस्वीरों में साफ देखी जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक इस आग में कम से कम 60 लोग ज़ख्मी हुए हैं।
माक्सार के वर्ल्डव्यू-3 सैटेलाइट से खींची गई तस्वीरों से साफ पता चल रहा है कि शुरुआती विस्फोट के बाद से मलबा लगातार धधक रहा है। इस घटना में प्राकृतिक गैस तथा ईंधन ले जा रहे 500 से ज़्यादा ट्रक नष्ट हो चुके हैं।
इस्लाम काला बॉर्डर अफगानिस्तान के लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी का मार्ग है, क्योंकि विशेष रियायत के तौर पर अमेरिका ने अफगानिस्तान को ईरान से तेल और ईंधन आयात करने की अनुमति दे रखी है। इस आग का असर इतना ज़्यादा रहा कि अफगानिस्तान को ईरान से बिजली आपूर्ति बंद कर देनी पड़ी, जिसके परिणामस्वरूप पश्चिमी हिस्से में स्थित हेरात प्रांत अंधेरे में डूबा हुआ है।
अनुमान है कि इस आग से कम से कम पांच करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है। हेरात चैम्बर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख यूनुस काज़ी ज़ादा ने कहा, “आग से लगभग पांच करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है, लेकिन आने वाले दिनों में ज़्यादा सटीक आंकड़ा पेश कर सकेंगे। यह तबाही हमारी उम्मीद से कहीं ज़्यादा थी।”
इस्लाम काला बॉर्डर क्रॉसिंग उस इलाके में है, जहां तालिबान खुलेआम घूमते रहते हैं, और हाईवे का यह खतरनाक माना जाने वाला हिस्सा हेरात से लगभग 120 किलोमीटर पश्चिम में स्थित है। आग लगने के दौरान लूटपाट करने वाले भी वहां पहुंच गए, जिन्होंने आयात और निर्यात किया जाने वाला सामान लूटा। ।