@शब्द दूत ब्यूरो
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के नए म्यूटेंट स्ट्रेन को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि उनका फोकस अभी ट्रांसमिशन की चेन को दबाने पर है। अधिकारियों ने भी बताया गया कि अगर राज्य एहतियातन नाइट कर्फ्यू लगाना चाहते हैं, तो वो इसपर फैसला ले सकते हैं। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने कहा कि ‘ट्रांसमिशन की चेन को हमने दबाना है। अभी नंबर कम है इसलिए अभी करना आसान है और ये हो सकता है।’
वीके पॉल ने कहा कि ‘गृह मंत्रालय ने राज्यों को कहा है कि अगर फैलाव रोकने के लिए नाईट कर्फ्यू लगाने की ज़रूरत हो तो वो फ़ैसला ले सकते हैं।’ आईसीएमआर के डीजी डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि यह नया वैरिएंट ज़्यादा फैलता है इसलिए चिंता की बात है, लेकिन वैक्सीन का असर बना रहेगा।
केंद्र सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर के विजय राघवन ने कहा, ‘ऐसा कोई प्रमाण नहीं कि वैक्सीन नए कोरोना वैरिएंट के ख़िलाफ़ काम नहीं करेगी। वैक्सीन हमारे इम्यून सिस्टम में एंटीबाडीज की वाइड रेंज तैयार बढ़ाते हैं। ब्रिटेन का वैरिएंट ज़्यादा फैलने वाला है, लेकिन ऐसा कोई प्रमाण नहीं है कि यह बीमारी की गंभीरता बढ़ाता हो लेकिन संक्रमण बढ़ने पर अस्पताल में मरीज़ ज़रूर बढ़ सकते हैं।’