रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने देश में अगले हफ्ते से बड़े पैमाने पर कोरोना टीकाकरण के आदेश दे दिए हैं। पुतिन ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे अगले हफ्ते से टीकाकरण संबंधी सारी तैयारियां पूरी कर लें। उन्होंने कहा कि स्पूतनिक V वैक्सीन की 20 लाख से ज्यादा खुराक तैयार कर ली गई हैं। पुतिन ने कहा कि अगले हफ्ते से बड़े पैमाने पर टीकाकरण के तहत सबसे पहले शिक्षकों स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद अन्य लोगों के लिए धीरे-धीरे यह टीका उपलब्ध होगा।
रूस ने दुनिया में सबसे पहले 11 अगस्त को ही कोरोना का टीका स्पूतनिक V तैयार कर लेने का ऐलान किया था। पुतिन ने तब कहा था कि शुरुआती दौर में जोखिम वाली सेवाओं में लगे लोगों को यह टीका दिया जाएगा। फिर नवंबर-दिसंबर में इसका टीकाकरण शुरू हो जाएगा। रूस ने बड़े पैमाने पर टीकाकरण का ऐलान ऐसे वक्त किया है, जब फाइजर, मॉडर्ना समेत कई कंपनियां अपने टीके के आपात इस्तेमाल की मंजूरी हासिल करने में तेजी से जुटी हैं।
भारत में चल रहा टीका परीक्षण
भारत में भी रूसी टीके स्पूतनिक V के परीक्षण हुए हैं। रूस के कोरोना वायरस वैक्सीन (स्पूतनिक V) का भारत में तीसरे चरण का ट्रायल रेड्डी लैबोरेटरी कर रही है। रसियन डायरेक्ट इनवेस्टमेंट फंड और रेड्डीज लैबोरेट्रीज के बीच इसका समझौता हुआ था। रेड्डीज लैब ही रूस की कोरोना वैक्सीन का क्लीनिकल ट्रायल और वितरण करेगी।
रूस ने शुरुआती दौर में क्लीनिकल ट्रायल का दूसरा चरण पूरे किए बिना भी टीके के आपात इस्तेमाल को हरी झंडी दे दी थी। इसको लेकर उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन और अन्य वैश्विक स्वास्थ्य एजेंसियों की आलोचना का सामना करना पड़ा था। हालांकि रूस ने दो चरणों के परीक्षण के बाद 11 नवंबर को दावा किया था कि उसकी वैक्सीन स्पूतनिक V कोविड-19 से लोगों की रक्षा करने में 92 प्रतिशत प्रभावी है। उसका यह भी कहना है कि स्पूतनिक V की प्रति खुराक की कीमत अमेरिकी दवा दिग्गज फाइजर और मॉडर्ना के टीकों की तुलना में काफी कम होगी।