नई दिल्ली। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने कोरोना वायरस रोगियों के इलाज की दिशा में प्लाज्मा थेरेपी को लेकर नई एडवायजरी जारी की है। नई एडवायजरी में आईसीएमआर ने कहा है कि प्लाज्मा थेरेपी सबके लिए नहीं है। आईसीएमआर की एडवाजयरी केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार की बैठक के बाद आया है। दरअसल, बड़े पैमाने पर कोरोना मरीजों को प्लाज्मा दिया जा रहा है जिसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके इस्तेमाल को लेकर नए दिशा निर्देश जारी करने के लिए कहा था।
आईसीएमआर की एडवाइजरी के मुताबिक प्लाजमा दान करने वाले लोगों की कैटगरी बनाई गई है। नई एडवायजरी के मुताबिक अब कुछ शर्तों के साथ ही लोग प्लाज्मा दान कर सकते हैं।
ऐसे पुरुष, महिला ( जो कभी प्रेग्नेंट ना हुई हो, जिनकी उम्र 18 से 65 के बीच हो तथा जिनका वजन 50 किलो से ज्यादा हो, जिनका आरटी-पीसीआर से कोरोना संक्रमण कन्फर्म हुआ हो, जिनकी कोरोना बीमारी के लक्षण खत्म हुए 14 दिन हो गए हों ( केवल नेगेटिव रिपोर्ट होना काफी नहीं) तथा जिनके खून में IgG एंटीबाडी हो ही प्लाज्मा दान कर सकते हैं।
एडवायजरी में ये भी स्पष्ट किया गया है कि कौन लोग प्लाज्मा ले सकते हैं। ऐसे मरीज जिनकी कोरोना बीमारी शुरुआती स्टेज में हो। लक्षण की शुरुआत के 3-7 दिन हुए हो लेकिन 10 दिन से ज़्यादा नहीं, जिनमे कोरोना के ख़िलाफ़ IgG एंटीबाडी ना हो (उचित टेस्ट से ये देखा जाए) तथा मरीज को सूचित करके उसकी सहमति के बाद ही उसे प्लाज्मा थेरेपी दी जा सकेगी।