कानपुर। आठ पुलिस कर्मियों के हत्यारोपी विकास दुबे के मुठभेड़ में मारे जाने की कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल ने पुष्टि कर दी है। वहीं एसटीएफ के जिस वाहन में विकास दुबे को लाया जा रहा था उसके दुर्घटनाग्रस्त होने से चार पुलिस कर्मी भी इस हादसे में घायल हुए हैं। बर्रा थाना क्षेत्र के पास दुर्घटना में कार पलट गई थी। बताया जाता है कि दुर्घटना के बाद विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया।
विकास दुबे के शव को मुठभेड़ के बाद हैलट अस्पताल में रखा गया है। अस्पताल के चिकित्सकों ने विकास दुबे को मृत घोषित कर दिया है।
एसएसपी के अनुसार गैंगस्टर विकास दुबे दुर्घटनाग्रस्त कार से किसी तरह बाहर निकला और घायल सिपाहियों की पिस्टल छीनकर भागने लगा। एसटीएफ के जवानों ने तब मोर्चा संभाल लिया। कानपुर वेस्ट के एसपी ने बताया कि विकास दुबे को समर्पण करने को कहा गया था लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। इस पर जवानों ने जवाबी फायरिंग की तो वह मारा गया। उधर एसएसपी ने बताया कि चार सिपाही भी इस दुर्घटना में घायल हुए हैं।
पता चला है कि गाड़ी पलटने के बाद घायल एसटीएफ के पुलिसकर्मियों की पिस्टल छीन कर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की। इस दौरान साथ में वाहन चल रहे थे, उसमें पुलिस टीम ने विकास दुबे पर जवाबी फायरिंग की. सूत्रों के अनुसार विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हुआ था। और उसे अस्पताल ले जाया गया। खराब मौसम के कारण गाड़ी पलटी और उसके बाद ये घटना हुई। पता चला है कि गाड़ी में विकास बीच में बैठा था, उसके अगल-बगल में कमांडो बैठे थे।

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