@शिवम शर्मा ,मुख्य संवाददाता
काशीपुर । देशव्यापी लॉकडाउन में मानवीय गतिविधियों पर ब्रेक लगा है तो वातावरण में पक्षियों की सक्रियता बढ़ी है। इन स्वच्छंद पक्षियों का कलरव शहरी क्षेत्रों में सुनाई पड़ने लगा है जो आमतौर पर ज्यादा भीड़भाड़ और शोर के चलते पक्षी न होने से कम होता था। लगता है कि इंसान को लॉकडाउन भले ही रास न आ रहा हो लेकिन परिंदों को लॉकडाउन रास आ गया है। जंगलों में रहने वाले और आबादी से दूरी रखने वाले पक्षियों की चहचहाट साफ सुनने और देखने को मिल रही है।
पक्षी विशेषज्ञों और पर्यावरण प्रेमियों का मानना है कि पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। वाहनों के शोर थमने, तमाम उद्योगों और अन्य कारखानों के लगातार बंद रहने से पर्यावरण शुद्ध हुआ है। शहर में रहने वाले तमाम लोगों खासकर युवा पीढ़ी ने शहर में शायद पहली बार एक साथ पक्षियों को कलरव करते हुए देखा है। सुबह और शाम के समय पक्षियों के झुंड के झुंड लोगों को अपने घरों की बालकनी और छतों से दिख रहे है।
पर्यावरण प्रेमियों का मानना है अन्य दिनों में ध्वनि प्रदूषण तथा वाहनों के धुयें से वातावरण पक्षियों के अनूकुल नहीं होता। और एक कारण यह भी है कि लोग अपने कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इस वजह से पक्षियों के क्रिया कलापों की ओर ध्यान नहीं जाता है। लॉकडाउन में शोर कम होने के अलावा लोग खाली हैं इसलिये पक्षियों की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं। पर यह तो तय है कि साफ वातावरण पक्षियों को ज्यादा पसंद है। साथ ही इनके चलते इनकी मीटिंग भी बढ़ गई है।