@फैसल खान
कोरोना के खतरे को देखते हुए सऊदी अरब की सरकार ने अगले 4 हफ्तों के लिए मस्जिदों में नमाज़ के लिए आने और पाबंदी लगा दी है। सरकार ने कहा है कि जुमे की नमाज़ सहित बाक़ी 5 टाइम की नमाज़ों के लिए लोग मस्जिदों में न आएं बल्कि नमाज़ अपने घरों में ही अदा करें। मक्का में मस्जिद हरम और मदीने में मस्जिद ए नबवी में भी नमाज़ियों को बहुत सीमित कर दिया गया है।
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के चलते और वायरस को फैलने से रोकने के लिए ये कदम सरकार ने उठाये हैं,वहीं यू ए ई में भी नमाज़ियों को मस्जिदों में आने से मना किया गया है। सभी को अपने घरों में रहकर नमाज़ पढ़ने की हिदायत दी गई है।
उधर भारत में भी लखनऊ-मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली और मौलाना कल्बे जव्वाद ने भी मुसलमानों से अपील की है कि हो सके तो जुमे की नमाज़ और बाक़ी नमाज़ कुछ वक्त के लिए घरों में ही पढ़ी जाए। कोरोना वायरस के चलते हालात को मद्देनजर रखते हुये मुसलमान उलेमाओं का ये फ़ेंसला बहुत ही अहम और काबिल ए तारीफ़ माना जा रहा है।
सऊदी अरब ने देश की सभी मस्जिदों में नमाज अदा करने पर रोक लगा दी है। शासकीय मीडिया में जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि ये प्रतिबंध इस्लाम की दो सबसे पवित्र जगहों मक्का और मदीना की मस्जिदों पर लागू नहीं होगा। सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार मस्जिदें पांचों वक्त की नमाज के लिए बंद रहेंगी। इसके अलावा जुमे की नमाज भी अदा नहीं की जा सकेगी।
हालांकि, मस्जिदों से अजान को नहीं रोका गया है। आदेश के अनुसार अब लोग घरों में ही नमाज अदा करेंगे। सऊदी अरब में कोरोना के करीब 170 मामले हैं और यहां सिनेमाहॉल, मॉल और रेस्त्रां बंद किए जा चुके हैं। यहां उमरा पर भी रोक लग चुकी है। इसके अलावा 15 दिन के लिए निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को काम पर नहीं आने का आदेश दिया गया है।