गुरुग्राम । मध्य प्रदेश के राजनीतिक हालात से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है। भाजपा के गुरुग्राम में ठहरे भाजपा के विधायक नाराज बताये जा रहे हैं। पार्टी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को नाराज विधायकों से बात करने के लिए भेजना पड़ा है।
उधर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ एकाएक आज राज्यपाल से मिले और बहुमत परीक्षण का अनुरोध किया। जानकारी मिल रही है कि भाजपा विधायक कांग्रेस के विधायकों में तोड़फोड़ से नाराज हैं। दरअसल कमलनाथ सरकार के गिरने पर अगर भाजपा की सरकार बनती है तो भाजपा के विधायकों को क्या पोर्टफोलियो मिलेंगे? इस बात की जानकारी इन विधायकों ने चाही है। विधायकों की बात सुनकर कैलाश विजयवर्गीय आलाकमान से चर्चा के लिए चले गये हैं।
गुरुग्राम के होटल में ठहरे भाजपा विधायकों का बाहरी दुनिया से संपर्क काट दिया गया है। न तो वहकिकिसी से संपर्क करसकते हैं और न ही वह बाहर निकल सकते हैं। यहाँ तक कि होटल के जिस हिस्से में विधायक ठहरे हुए हैं वहां जैमर लगाकर मोबाइल नेटवर्क को बंद कर दिया गया है।
दूसरी तरफ कांग्रेस भी गुरुग्राम में ठहरे भाजपा विधायकों से संपर्क करने की कोशिश में जुटी हुई है। हालांकि, उन्हें अब तक कामयाबी नहीं मिल सकी है। होटल के आस-पास सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी है।
इस सियासी हलचल के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात कर भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त करने का आरोप लगाया। उन्होंने राज्यपाल को एक पत्र सौंपकर भाजपा की शिकायत की। उन्होंने कोरोना के कारण मध्यप्रदेश के बजट सत्र के टलने की किसी भी संभावना से इनकार किया। मध्यप्रदेश में 16 मार्च से विधानसभा का बजट सत्र शुरू होगा।
कमलनाथ विधानसभा में बहुमत परीक्षण के लिए तैयार हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि विधानसभा अध्यक्ष द्वारा की गई तारीख को वह विधानसभा के आगामी सत्र में बहुमत परीक्षण कराने के लिए तैयार हैं।

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