नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए मिनिमम बैलेंस चार्ज को हटा दिया है। इसका मतलब ये हुआ कि अब स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के सेविंग अकाउंट होल्डर्स को मिनिमम बैलेंस चार्ज नहीं देना पड़ेगा।
बता दें कि लंबे समय से स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की मिनिमम बैलेंज चार्ज वसूली को लेकर आलोचना हो रही थी। बहरहाल, बैंक के इस फैसले से करीब 40 करोड़ से अधिक खाताधारकों को फायदा मिलने की उम्मीद है. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहकों के लिए खुशखबरी है। अब एसबीआई अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करने पर आपको पेनाल्टी चुकानी नहीं पड़ेगी। भारतीय स्टेट बैंक ने आज यह घोषणा की। बैंक ने कहा कि सभी 44.51 करोड़ सेविंग अकाउंट के लिए एवरेज मिनिमम बैलेंस (एएमबी) के रखरखाव के लिए लगने वाला शुल्क हटा दिया गया है। साथ ही एसबीआई ने एसएमएस शुल्क भी माफ कर दिया है।
हालाँकि, स्टेट बैंक ने ग्राहकों को झटका देते हुए सेविंग अकाउंट पर सालाना ब्याज दर को घटाकर 3 प्रतिशत कर दिया है। वर्तमान में, एसबीआई के सेविंग अकाउंट में 1 लाख रुपये तक की जमा राशि के लिए सालाना ब्याज दर 3.25 प्रतिशत मिलता है। वहीं 1 लाख से ऊपर की राशि के लिए यह ब्याज दर 3% ही है।
बता दें कि स्टेटबैंक आआफ इंडिया के ग्राहकों को अपने खाते में हर माह एक न्यूनतम बैलेंस रखना अनिवार्य होता था। खाते में न्यूनतम बैलेंस को लेकर यह नियम अलग-अलग शहर में अलग-अलग था। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने एक बयान में कहा, “यह घोषणा हमारे मूल्यवान ग्राहकों के चेहरे पर मुस्कुराहट लाएगी। हमें यकीन है कि इस पहल से बैंक के ग्राहकों का इस बैंक के ऊपर भरोसा बढ़ेगा।