@नवल सारस्वत
काशीपुर । दुर्घटना में कांवरिये की मौत को लेकर साथी कांवरियों का गुस्सा बढ़ता ही जा रहा है। दुर्घटना के चार घंटे से हाईवे पर जाम को खुलवाने में पुलिस प्रशासन को देर रात तक मशक्कत करनी पड़ रही है। उपजिलाधिकारी एएसपी सी ओ और कोतवाल मौके पर आक्रोशित कांवरियों को जाम खोलने के लिये समझा रहे हैं।
वहां मौजूद कांवरियों ने प्रशासन के सामने ही पुलिस प्रशासन के विरूद्ध जमकर नारेबाजी शुरू कर दी और पुतला फूंका। कांवरियों का कहना है कि उत्तराखंड में कांवरियों के चलने वाले रास्ते पर पुलिस की ओर से कोई सुचारू व्यवस्था नहीं है जिससे यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। आक्रोशित लोगों उत्तर प्रदेश पुलिस की तारीफ करते हुए कहा कि उत्तराखंड पुलिस नाकाम साबित हुई है। दुर्घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद पुलिस व प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुचे।
उधर इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन चेता और आनन-फानन में कांवरियों के आने जाने वाले रास्ते पर पुलिस के जवान तैनात किये हैं। सवाल यह है कि इस दुर्घटना ने कांवरियों के लिए पुलिस प्रशासन के दावों की पोल खोल दी है। समाचार लिखे जाने तक उपजिलाधिकारी सुंदर सिंह एएसपी राजेश भट्ट सी ओ मनोज ठाकुर तथा कोतवाल चन्द्रमोहन सिंह मौके पर प्रदर्शनकारियों को समझाने बुझाने में लगे हैं। प्रदर्शन कर रहे कांवरियों की मांग है कि आरोपी बस चालक को उनके हवाले किया जाय और मृतक कांवरिये को मुआवजा दिलाया जाये।