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उत्तराखंड :सूबे की राजनीति में कांग्रेस से आये नेताओं के बयानों से मचा तूफान, होगा बड़ा उलटफेर?

@विनोद भगत
(08 सितंबर, 2021)

विधानसभा चुनाव की दहलीज़ पर खड़े उत्तराखंड में जहां एक ओर बीजेपी के भीतर शह मात का खेल खेला जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस के सेनापति हरीश रावत भी पार्टी के भीतर अपनों से ही जूझ रहे हैं। फिलहाल ‘परिवर्तन’ और ‘आशीर्वाद’ रैलियों के चलते मामला अभी दबा-ढंका है। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव और नजदीक आएगा, वैसे-वैसे इस मामले के तूल पकड़ने के आसार हैं।

कहा जा रहा है कि भाजपा का एक धड़ा इस जुगत में है कि किसी तरह से कांग्रेस से आये नेताओं को पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर किया जाए। यह आलम तब है जब पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष हर महीने उत्तराखंड का दौरा कर रहे हैं।

खबर है कि रायपुर विधानसभा से विधायक उमेश शर्मा काउ को भी सीट से बेदखल करने की कोशिश की जा रही है। कुछ दिनों पहले एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें मंत्री धन सिंह रावत की उपस्थिति में ही विधायक काउ भाजपा कार्यकर्ताओं पर उन्हें अस्थिर करने का आरोप लगाते दिख रहे हैं।

माना जा रहा है कि पार्टी का एक धड़ा रायपुर में ही उमेश शर्मा काउ के ख़िलाफ़ माहौल ख़राब करने में सक्रिय है। कोशिश की जा रही है कि काउ उत्तेजित होकर कोई ऐसी गलती कर दें जो अनुशासनात्मक कार्रवाई के दायरे में आ जाए। अपनी शिकायत लेकर काउ दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी से मिले और पूरी बात बताई।

लगभग ऐसी ही शिकायत कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत की भी। उनका कहना है कि पार्टी के भीतर कांग्रेस से आए विधायकों के लिए असहज स्थिति बनाने की कोशिश हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने अपने खास शमशेर सिंह सत्याल को कर्मकार कल्याण बोर्ड का अध्यक्ष बनाकर विभागीय मंत्री हरक सिंह रावत को परेशान करने का काम किया था। हरक भी त्रिवेंद्र के बाद तीरथ रावत और अब पुष्कर सिंह धामी को भी सत्याल को हटाने के लिए कई बार कह चुके हैं लेकिन सुनवाई नहीं हो रही है।

उन्होंने कहा भी कि जब हमें बीजेपी में लाया गया था तो अमित शाह द्वारा सम्मान की सुरक्षा की पूरी गारंटी दी गयी थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं। हरक ने कहा कि पार्टी के भीतर एक धड़ा ऐसा है जो यह चाहता है कि हम सब बीजेपी छोड़ कर चले जाएं। ये वो लोग हैं जिनकी अपनी कोई राजनीतिक हैसियत नहीं है।

उधर, इन सभी मसलों को लेकर मंत्री हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल और विधायक उमेश शर्मा काउ के बीच बैठक हुई बताते हैं। सुबोध उनियाल ने भी कहा कि राजनीति में लोग सम्मान के लिए आते है, इससे बड़ी कोई चीज नहीं है। हरक सिंह रावत ने कहा कि इस मामले को हरिद्वार में पिछले महीने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के सामने भी उठा चुके हैं। जो लोग इस तरह के मामलों के पीछे हैं वो बीजेपी को कमजोर करने का काम कर रहे है।

   

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