@शब्द दूत ब्यूरो (10 जनवरी 2023)
जोशीमठ । आज देर सायं यहाँ होटल ध्वस्त करने पहुंची पुलिस व जिला प्रशासन की टीम का स्थानीय निवासियों ने जोरदार विरोध किया है। समाचार लिखे जाने तक मौके पर भारी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद हैं और सरकार तथा पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर आक्रोश जताते हुए नारेबाजी कर रहे हैं। लोगों का आरोप है कि प्रशासन और सरकार द्वारा ध्वस्तीकरण की कार्रवाई में जल्दी की जा रही है लेकिन अभी तक ध्वस्त होने वाले भवन व होटल मालिकों के लिए कोई मुआवजा निर्धारित नहीं किया गया है।
होटल मालिक का पूरा परिवार धरने पर बैठ गया है। इस बीच सैकड़ों की संख्या लोगों ने धामी सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी है। पुष्कर सिंह धामी के प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार उनके खिलाफ इतने आक्रोश में उत्तराखंड के जोशीमठ के निवासी नारे लगा रहे हैं।
स्थानीय लोगों ने एक निजी चैनल के संवाददाता से बात करते हुए कहा कि बद्रीनाथ की तर्ज पर उन्हें मुआवजा दिये जाने की घोषणा की जाये।
समाचार लिखे जाने तक वहाँ स्थिति काफी उग्र बनी हुई है। हालांकि पुलिस का भारी बंदोबस्त किया गया है। एसडीआरएफ भी मौके पर मौजूद है।
उधर इससे पहले आज दिन में जिलाधिकारी हिमांश खुराना ने बताया कि जोशीमठ आपदा अधिनियम 2005 की धारा 34 टी के तहत होटल मलारी इन व माउंट व्यू को आम जन मानस की सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल ध्वस्त किए जाने के आदेश जारी किए हैं। समाचार लिखे जाने तक होटल के ध्वस्तीकरण की तैयारी चल रही है।