@शब्द दूत ब्यूरो (23 अगस्त, 2021)
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा है कि वह भारतीय जनता पार्टी को “हिंदू” शब्द को हाईजैक करने की अनुमति नहीं देंगे। रावत ने कहा, “भाजपा ने हिंदू धर्म को इसके मूल तत्वों से दूर कर दिया है और इसे हिंदुत्व तक सीमित कर दिया है। हम अपने मूल्यों में हिंदू हैं। हम सनातन धर्म में विश्वास करते हैं। हम हिंदू शब्द को हाईजैक नहीं करने देंगे।”
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और उत्तराखंड के लिए पार्टी की प्रचार समिति के प्रमुख ने कहा, “हिंदू होने के नाते हम वसुधैव कुटुंबकम, सर्वधर्म समभाव में विश्वास करते हैं लेकिन भाजपा सर्व धर्म झगड़ा भाव में विश्वास करती है।”
रावत ने घोषणा की कि पार्टी अगले महीने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेगी ताकि राज्य के लोगों को केंद्र एवं प्रदेश में भाजपा नेतृत्व वाली सरकारों की “विफलताओं” से अवगत कराया जा सके। उन्होंने कहा कि परिवर्तन यात्रा का उद्देश्य लोगों को यह बताना है कि राज्य में सरकार में बदलाव की जरूरत क्यों है ताकि इसे आर्थिक रूप से मजबूत बनाया जा सके और “उत्तराखंडियत” को बरकरार रखा जा सके।
अपने कार्यकाल के दौरान शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सुधार शुरू करने के कार्यों को राज्य सरकार द्वारा रोकने का आरोप लगाते हुए रावत ने कहा कि कांग्रेस अगर सत्ता में वापस आती है तो उन सभी कार्यों को फिर से शुरू किया जाएगा। रावत ने कहा, “हम उत्तराखंडियत के झंडे को बुलंद रखेंगे और एक कल्याणकारी राज्य बनाएंगे जहां आम आदमी, गरीब और समाज के वंचित तबके का ध्यान रखा जाएगा।”
इससे पहले पूर्व सीएम रावत ने कहा था कि सत्ता में आने पर उनके पिछले कार्यकाल के दौरान शुरू की गई योजनाओं को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा था कि हमने महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर पर 200 रुपये की सब्सिडी राशि और विधवाओं के लिए पेंशन को दोगुना करने का फैसला किया है। रावत के अनुसार हमारा ध्यान रोजगार के अवसर पैदा करने और राज्य के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने पर होगा।’
बता दें कि कांग्रेस ने तीन सितंबर से ‘परिवर्तन यात्रा’ की घोषणा की है। यात्रा की शुरुआत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के गृह क्षेत्र खटीमा से होगी। इसके बाद कुमाऊं मंडल से होते हुए यह यात्रा तीसरे चरण में गढ़वाल पहुंचेगी। यात्रा का आखिरी चरण हरिद्वार में होगा।