@शब्द दूत ब्यूरो (11 सितंबर, 2021)
कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने घर वापसी की अटकलों को नकारते हुए कहा कि उनकी न तो किसी से कोई नाराजगी है और न ही वह कांग्रेस के किसी नेता के संपर्क में हैं। विधायक उमेश शर्मा काऊ की नाराजगी पर उन्होंने कहा कि वो उनके भाई और भाजपा के विधायक हैं। उनको यदि कोई दिक्कत होती है तो मदद करना उनकी नैतिक जिम्मेदारी है। उमेश शर्मा उनके अनुरोध पर ही कांग्रेस से भाजपा में आए थे।
उन्होंने कहा कि वह भविष्य में चुनाव लड़ने के बहुत इच्छुक नहीं हैं। यूपी से लेकर उत्तराखंड में 30 साल से मंत्री और विधायक के रूप में राजनीति कर रहा हूं। उस वक्त मदन कौशिक कुछ भी नहीं थे। हर चीज की उम्र होती है। यह लंबा समय है। अब नए लोगों को मौका मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2012 में भी उन्होंने चुनाव न लड़ने की इच्छा जताई थी। लेकिन पार्टी के निर्देश पर चुनाव लड़ा। कई बार अपनी इच्छा न होते हुए पार्टी और समाज के लिए लड़ना पड़ता है।
उधर देहरादून की रायपुर विधानसभा क्षेत्र के बाद धर्मपुर क्षेत्र में भी भाजपा का धर्मसकंट बढ़ गया है। विधायक विनोद चमोली के रवैये से आहत होकर मंडल अध्यक्ष पूनम ममगाईं समेत कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधायक पर सार्वजनिक रूप से बेइज्जती और अभद्रता करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर, विधायक ने सभी आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि अगर मैं गलत हूं तो पार्टी को मेरे खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।