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ब्रेकिंग :खेत में बंधी मिली तीन नाबालिग किशोरियां, दो की मौत, पुलिस प्रशासन जांच में जुटा

@शब्द दूत ब्यूरो

उन्नाव।  जनपद के असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में बुधवार रात तीन नाबालिग दलित लड़कियां खेत में दुपट्टे से बंधी पड़ी मिलीं। इनमें दो लड़कियों की मौत हो चुकी थी। जबकि तीसरी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही है। किशोरियां आपस में बुआ भतीजी हैं। फिलहाल यह माना जा रहा है कि तीनों ने जहरीले पदार्थ का सेवन किया है। इस घटना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया है । मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पीड़ित परिवार को पूरी तरह नजरबंद कर दिया गया है। जिन्हें मीडिया से बात करने तक की अनुमति नहीं दी जा रही है।

पुलिस ने मौके पर मौजूद लोगों के बयान दर्ज किए हैं और मामले की गहराई से जांच में जुट गई है। पड़ोसी  गांव से 4 लड़के इस मामले में में हिरासत में लिये गये हैं। उनसे पूछताछ की जा रही है। घटना की जांच के लिए पुलिस की छह टीम गठित की गई है। लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह उन्नाव के असोहा थाने पहुंच गई थी।

बबुरहा गांव के संतोष वर्मा की बेटी कोमल (16), सूरज पाल वर्मा की पुत्री काजल (13) और सूरज बली की बेटी रोशनी (17) दोपहर के बाद मवेशियों के लिए चारा लेने खेत में गई थीं। देर शाम तक जब तीनों घर नहीं पहुंची तो परिवार के लोगों ने उनकी खोजबीन शुरू कर दी। सूरजपाल के खेत में पहुंचे तो तीनों अचेत पड़ी थीं। एक ही दुपट्टे से तीनों के हाथ बंधे थे।

कोमल और काजल की मौत हो चुकी थी। रोशनी की सांसें चल रही थीं। परिजन रोशनी को लेकर सीएचसी असोहा पहुंचे, जहां डॉक्टर ने हालत नाजुक देख जिला अस्पताल रेफर कर दिया। यहां भी कोई सुधार नहीं होने पर कानपुर रेफर कर दिया गया है। तीनों किशोरियों ने किन परिस्थितियों में जहरीला पदार्थ खाया यह नहीं पता चल सका है। मौके पर भारी संख्या मौके पर भारी मात्रा में फोर्स तैनात कर दी गई है। आईजी, डीआईजी, डीएम और एसपी भी मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वायड की टीम को भी मौके पर बुलाया गया है। फॉरेंसिक विभाग की टीम भी जांच पड़ताल में जुटी है

एसपी ने कहा कि तीनों लड़कियां बेहोशी की हालत में मिली थीं। तीनों को अस्पताल पहुंचाया गया तो दो की मौत हो चुकी थी। शुरुआती जांच के मुताबिक तीनों घास काटने गई थीं। मौके पर झाग मिलने से आशंका है कि जहरीले पदार्थ की वजह से लड़कियों की यह हालत हुई है। 

मामले की जांच आईजी लक्ष्मी सिंह ने अपने हाथ में ली है। मामले की गंभीरता को देखते हुए  पुलिस किसी भी तरह का जोखिम मोल नहीं लेना चाहती है। आईजी का दावा है कि जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा। अभी इस प्रकरण में कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। 

किशोरियों के मौत के बाद देर रात लखनऊ आईजी रेंज लक्ष्मी सिंह असोहा थाने पहुंच गई। जिला अस्पताल में भर्ती किशोरी रोशनी की हालत नाजुक होने पर इमरजेंसी डॉ गौरव अग्रवाल ने रोशनी को हैलट रेफर कर दिया। मामले की जानकारी होते ही जिले के उच्चाधिकारी जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंच गए थे, जहां भर्ती किशोरी से अधिकारियों ने बातचीत करने की कोशिश की। मगर उसके होश में न होने से घटना के बारे में कोई तथ्य देर रात तक निकल कर सामने नहीं आ सका।

जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचने पर देर रात डॉक्टर रोशनी का इलाज शुरू कर दिया गया है। रोशनी के बड़े भाई विशाल का कहना है कि प्रत्येक दिन मवेशियों को चारा लेने के लिए जाया करती थी। अभी पता नहीं चल सका है कि बहन रोशनी की हालत कैसे खराब हुई है। मामले की जानकारी होते डीएम रविंद्र कुमार, एडीएम राकेश सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट चंदन पटेल, सीओ गौरव त्रिपाठी व शहर कोतवाल दिनेश चंद्र ने जिला अस्पताल की इमरजेंसी पहुंचकर परिजनों को ढांढस बंधाया और मदद का आश्वासन दिया है। 

कोमल के पिता संतोष की पहली पत्नी सन्नो की पंद्रह साल पहले मौत हो चुकी है। पहली पत्नी सन्नो की बेटी कोमल है। पहली पत्नी की मौत के बाद संतोष ने दूसरी शादी सुनीता से की थी। सुनीता से एक बेटी मोनिका व बेटा शिवांग है। उधर, संतोष के चाचा सूरजपाल की बेटी मृतका काजल है। सूरजपाल की पत्नी विटोला के चार बेटों में सूरज, मनीष, सुमित व सपाटू के अलावा एक बेटी नैंसी भी हैं। वहीं सूरजपाल और सूरज बली दोनों आपस में सगे भाई हैं। सूरज बली व सूरजपाल का संतोष भतीजा है। सूरज बली की बेटी रोशनी की हालत नाजुक बनी हुई है।

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