@शब्द दूत ब्यूरो (21 सितंबर 2025)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम राष्ट्र के नाम संबोधन में नवरात्र की शुभकामनाएं देते हुए देश में जीएसटी सुधारों की नई शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नवरात्र के प्रथम दिन सूर्योदय के साथ ही “नेक्स्ट जेनरेशन जीएसटी रिफॉर्म्स” लागू होंगे, जिन्हें उन्होंने आजाद भारत का सबसे बड़ा टैक्स सुधार बताया।
पीएम मोदी ने कहा कि त्योहारों के इस मौसम में “जीएसटी बचत महोत्सव” मनाया जाएगा और इसका सीधा लाभ आम नागरिकों, खासकर गरीब, मध्यमवर्ग, नियो मिडिल क्लास, किसान, महिलाएं और छोटे दुकानदारों को मिलेगा। उन्होंने बताया कि अब जीएसटी में केवल दो ही दरें—5 फीसदी और 18 फीसदी रह जाएंगी। रोजमर्रा की जरूरतों जैसे खाने-पीने का सामान, दवाइयां, टूथपेस्ट- ब्रश और बीमा जैसी चीजों पर या तो जीएसटी शून्य होगा या फिर सिर्फ 5 फीसदी लगेगा। जिन सामानों पर पहले 12 फीसदी टैक्स था, उनमें से लगभग 99 फीसदी अब पांच फीसदी स्लैब में आ गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीएसटी सुधारों से छोटे, सूक्ष्म और कुटीर उद्योगों को विशेष फायदा होगा। नियम और प्रक्रियाएं आसान होंगी, टैक्स कम देना पड़ेगा और बिक्री भी बढ़ेगी। उन्होंने एमएसएमई को भारत की समृद्धि का आधार बताते हुए कहा कि “हमें अपने उत्पादों की क्वालिटी और मैन्युफैक्चरिंग से दुनिया में भारत का गौरव बढ़ाना है।”
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि टैक्स सुधारों से देश के लोगों को डबल फायदा मिलेगा। “इनकम टैक्स में छूट और जीएसटी में छूट को मिलाकर एक साल में 2.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है। अब घर बनाना, स्कूटर-कार खरीदना या घूमना-फिरना और सस्ता होगा।”
उन्होंने याद दिलाया कि 2014 से पहले दर्जनों टैक्सों के जाल ने व्यापार और परिवहन को मुश्किल बना दिया था। लेकिन “वन नेशन, वन टैक्स” से देश एक समान व्यवस्था की ओर बढ़ा है। अब नेक्स्ट जेनरेशन सुधार समय की जरूरत हैं, जो कारोबार को आसान बनाएंगे, निवेश आकर्षित करेंगे और सभी राज्यों को विकास की दौड़ में बराबरी का अवसर देंगे।
अपने संबोधन के अंत में पीएम मोदी ने कहा कि इन सुधारों से हर परिवार की खुशियां बढ़ेंगी और यह बदलाव भारत की ग्रोथ स्टोरी को नई गति देंगे। उन्होंने देशवासियों को नवरात्र और नेक्स्ट जेन जीएसटी रिफॉर्म्स की शुभकामनाएं दीं। समाचार लिखे जाने तक पीएम मोदी का संबोधन जारी था।
Shabddoot – शब्द दूत Online News Portal