@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (15 अक्टूबर, 2021)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विजयदशमी के मौके पर भले ही सात नई रक्षा कंपनी देश को सौपेंगे, मगर आयुध निर्माणी बोर्ड के कर्मचारी इसका बहिष्कार करेंगे। इनका मानना है कि 220 साल पुरानी आयुध निर्माणी बोर्ड को खत्म कर सरकार ने जो सात नई कंपनी बनाई हैं, वह ना तो देश के हित है और ना ही कर्मचारियो के हित में है।
इसके अलावा ये कैसी विडंबना है कि जिन सात डीपीएसयूएस को देश को सौंपने की बात की जा रही है, उसमें पहले से हीं 74000 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं। इतना ही नहीं, सेना व देश के लिए समर्पित ये कर्मचारी अब अपने हकों के लिए संघर्षरत हैं। लेकिन अब आंदोलन तक नहीं कर पा रहे हैं, जब प्रधानमंत्री इन सात डीपीएसयूएस को राष्ट्र को समर्पित करेंगे, तो ये कर्मचारी गेट पर हाथ में काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करेंगे।
बीजेपी से जुड़े भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ और लेफ्ट से जुड़े ऑल इंडिया डिफेंस एम्पलाइज फेडरेशन का कहना है कि देशभर के 41 आयुध निर्माणी बोर्ड के कर्मचारी सरकार के किसी भी कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे। एआईडीईएफ के महासचिव श्रीकुमार ने कहा कि इससे बड़ा तमाशा कुछ नहीं हो सकता है कि हमारी सैकड़ों साल पुरानी अपनी कंपनी को फिर से समर्पित कर रहे हैं।
बीपीएमएस के महासचिव मुकेश सिंह ने बताया कि अच्छा होता किसी नई कंपनी का लोकार्पण करते। सब कुछ पुरानी ही तो है, बस अपना नया कलेवर देकर उद्घाटन कर रहे हैं, वो भी तब जब कर्मचारी इसके विरोध में हैं।