@नई दिल्ली शब्द दूत ब्यूरो (21 जुलाई, 2021)
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियपुरप्पा के तेवर से लगता है कि बीजेपी आलाकमान की परेशानी बढ़ने जा रही है। उनसे इस्तीफा लेना आसान नहीं होगा। लिंगायत मठाधीशों के साथ-साथ लिंगायत संगठनों के प्रमुखों ने चेतावनी दी है कि अगर पार्टी आलाकमान ने येदियुरप्पा को हटाया तो नतीजे भुगतने को तैयार रहे। येदियुरप्पा अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए विधायकों के साथ लगातार बैठकें कर रहे हैं। दूसरी तरफ येदियुरप्पा का विरोधी खेमा भी सक्रिय है।
कर्नाटक के लिंगायत मठाधीशों के साथ-साथ लिंगायत संगठनों के प्रमुखों ने चेतावनी दी है कि अगर भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व ने येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से हटाया तो वह नतीजे भुगतने के लिए तैयार रहे। खबर थी कि येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के तौर पर इस्तीफे की पेशकश की।
इस खबर के बाद बेंगलुरु में लिंगायत मठों के प्रमुखों से बीएस येदियुरप्पा की मुलाक़ात हुई। यह खबर बीजेपी आलाकमान की चिंता का सबब है। लिंगायतों के पंच-पीठ का कमोबेश समर्थन येदियुरप्पा के साथ है और उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि अगर येदियुरप्पा को हटाया गया तो बीजेपी को इसके बुरे नतीजे भुगतने होंगे।
रम्बापुरी पीठ के जगतगुरु डॉ वीरसोमेश्वरा ने कहा है कि बीएस येदियुरप्पा मुख्यमंत्री के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा करेंगे, मुझे पूरा भरोसा है। अगर कुछ उलटफेर किया गया तो पार्टी को खामियाज़ा भुगतना पड़ेगा।