नई दिल्ली। सही, सच्ची और खरी पत्रकारिता में अपनी बादशाहत को बरक़रार रखते हुए एनडीटीवी ने 11 न्यूज़ टेलीविज़न अवॉर्ड जीते हैं। ख़बरों के वेश में तमाशा नहीं, बल्कि खरी और सच्ची ख़बर के लिए मिली इस पहचान और प्रशंसा से साबित हुआ कि एनडीटीवी के मंत्र ‘नफ़रत का नहीं कारोबार’ का बड़ा सम्मान है।
एनडीटीवी के सह-संस्थापक डॉ प्रणय रॉय को टाउनहॉल के लिए दो अवॉर्ड मिले हैं, जिनमें अर्थव्यवस्था का हाल और कोरोनावायरस महामारी का असर समझाया गया था। एनडीटीवी इंडिया के रवीश कुमार को भी उनके दोनों शो के लिए अवॉर्ड मिले हैं। शाम 6 बजे प्रसारित होने वाले उनके ‘देस की बात’ को ‘हिन्दी का बेस्ट न्यूज़ बुलेटिन’ और रात 9 बजे आने वाले उनके शो ‘प्राइम टाइम’ को ‘हिन्दी का बेस्ट प्राइम टाइम न्यूज़ शो’ करार दिया गया है।
एनडीटीवी 24×7 के श्रीनिवासन जैन के ख़ास शो को ‘बेस्ट न्यूज़ डॉक्यूमेंटरी लिमिटेड एपिसोड’ का अवॉर्ड मिला है, जिसमें उन्होंने विभिन्न आईसीयू में जाकर दिखाया था कि मुंबई के अस्पताल कोविड-19 महामारी से कैसे निपट रहे हैं।
एनडीटीवी के संकेत उपाध्याय के साप्ताहिक शो ‘मुक़ाबला’ को ‘हिन्दी का बेस्ट न्यूज़ डिबेट शो’ क़रार दिया गया। एनडीटीवी इंडिया के ही रवीश रंजन शुक्ला की बुंदेलखंड में फ़र्ज़ी वृक्षारोपण की रिपोर्ट पर उन्हें हिन्दी में ‘बेस्ट सोशल / एनवायरनमेंट अवेयरनेस / सोशल डेवेलपमेंट कैम्पेन’ का अवॉर्ड दिया गया है।
हिन्दी और अंग्रेज़ी के लिए ‘बेस्ट टीवी न्यूज़ रिपोर्टर’ के पुरस्कार सोहित मिश्रा और नज़ीर मसूदी को मिले। एनडीटीवी इंडिया की निधि कुलपति को हिन्दी के ‘बेस्ट न्यूज़ प्रेज़ेंटर’ का अवॉर्ड मिला है।
इनके अलावा, एनडीटीवी की पहल ‘बनेगा स्वस्थ इंडिया’ के सीज़न 6 को अंग्रेज़ी के ‘सर्वश्रेष्ठ लाइव इनिशिएटिव’ का अवॉर्ड भी मिला।