@फैसल खान
सहारनपुर। मशहूर इस्लामी संस्था दारूल उलूम देवबंद से मस्जिदों को सैनेटाइज़ किये जाने पर फ़तवा जारी किया गया है। जिसमें कहा गया है कि कोरोना की रोकथाम के लिए मसजिदों को सेनेटाइज़ किया जा सकता है।
गौरतलब है कि बरेली से इस बारे में फ़तवा जारी हुआ था कि अल्कोहल मिला होने की वजह से मस्जिदों को सेनेटाइज़ नही किया जा सकता। पाकिस्तान और कर्नाटक के कुछ लोगों द्वारा पूछे गए फ़तवे के जवाब में दारुल उलूम के फ़तवा विभाग ने कहा है कि अल्कोहल गन्ना पेट्रोल कोयला और कुछ सब्ज़ियों से भी बनाया जाता है। ऐसे अल्कोहल इस्तेमाल कर बनाये गए सेनेटाइजर से मस्जिदों को सेनेटाइज़ कराने में कोई हर्ज नहीं है। अपने हाथों को भी सेनेटाइज़ किया जा सकता है।
बरेली से जारी फ़तवे के बाद देश भर में बड़ी बहस छिड़ गई थी कि सरकार के निर्देशों का पालन आखिर कैसे किया जाए। जब अल्कोहल इस्लाम मज़हब में हराम करार दिया गया है। मगर अब दारुल उलूम के फ़तवे के बाद इस बहस पर विराम लगने की गुंजाइश बनती दिखाई दे रही है।