सीहोर(मध्यप्रदेश)। लोकायुक्त की टीम के छापे से पहले ही एसडीएम अपने कार्यालय से फरार हो गए। दरअसल सीहोर के बुधनी शहर के एसडीएम के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी।
रेहटी निवासी जितेंद्र गौर ने लोकायुक्त पुलिस भोपाल में शिकायत की थी कि उसके भाई सुनील गौर की ग्राम इटावा जदीद में कृषि भूमि का नक्शा सुधार होना था। नक्शर सुधार के लिए नियमों के तहत उन्होंने एसडीएम कार्यालय में उन्होंने आवेदन दिया था। आरोप है कि इस पर कार्रवाई करने के लिए वहाँ तैनात एसडीएम वरुण अवस्थी ने 2 लाख रुपए की मांग की थी। जितेंद्र ने बताया कि बीती 1 मार्च को वर्धमान फेब्रिक्स कंपनी के नर्मदा गेस्ट हाउस के रूम नं 12 में जाकर एसडीएम को 50 हज़ार रुपए दे भी दिए थे। लेकिन एसडीएम ने शेष डेढ़ लाख रुपए के लिए दबाव बनाया।
इस पर 3 मार्च को जितेंद्र ने इस संबंध ने लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय में रिश्वत मांगने के ऑडियो सहित अन्य दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कार्रवाई की मांग की थी। एसडीएम ने जितेंद्र को डेढ़ लाख रुपए लेकर बुलाया था। बताया जाता है कि एसडीएम वरुण अवस्थी को जितेंद्र की इस कार्रवाई की भनक लग गई और वो बुधनी से बाहर कहीं चले गए।
जमीन के नक्शा सुधार के लिए एसडीएम द्वारा 2 लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले में शुक्रवार को भोपाल लोकायुक्त ने बुदनी एसडीएम कार्यालय में दबिश दी। हालांकि एसडीएम को इस कार्रवाई की भनक लग गई तो एसडीएम आफिस नहीं पहुंचे।