इंदौर। संशोधित नागरिकता कानून का पुरजोर विरोध कर रही कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व पर सीधा हमला बोलते हुए बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी को चुनौती दी है। उन्होंने कहा कि वह इस कानून के प्रावधानों पर केवल 10 पंक्तियां बोलकर दिखाएं। सीएए के समर्थन में एमपी के इंदौर में भाजपा की तरफ से आयोजित “आभार सम्मेलन” में नड्डा ने कहा, “मैं राहुल से कहना चाहता हूं कि वह सीएए के प्रावधानों पर केवल 10 लाइन बोल दें। वह बस दो लाइन उन प्रावधानों पर भी बोलकर दिखाएं जिनसे तथाकथित तौर पर देश का नुकसान हो रहा है।”
उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश का नेतृत्व करने आए लोगों को संशोधित नागरिकता कानून के बारे में बुनियादी बातें तक पता नहीं हैं। नड्डा बोले “देश में पिछले एक हफ्ते के दौरान सीएए के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों में सार्वजनिक संपत्ति को काफी नुकसान पहंचा है, लेकिन क्या राहुल ने इस नुकसान की निंदा करते हुए कोई बयान दिया है?” उन्होंने कहा, “कांग्रेस और भाजपा के बीच विचारधारा की लड़ाई हो सकती है। आपकी (राहुल की) सीमित बुद्धि के कारण किसी विषय पर आपके विचार हमसे अलग हो सकते हैं। लेकिन यह कहां तक उचित है कि आप हिंसा पर एक भी शब्द नहीं बोलें।”
बीजेपी नेता जेपी नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सीएए पर जनता को गुमराह करते हुए एक वर्ग विशेष के लोगों को उकसा रही है और “वोट बैंक को देश से ऊपर रखकर हिंसा की आग पर राजनीति की रोटियां सेंक रही है।” उन्होंने कहा, “राहुल इस सवाल का भी जवाब दें कि क्या उन्होंने वर्ष 1947 में हुए भारत के विभाजन का इतिहास पढ़ा है? उनके वक्तव्यों से तो कतई नहीं लगता कि उनके दिल में देश के उस बंटवारे का कोई दर्द है जब बर्बर नरसंहार के बीच लाखों लोगों को अपनी जान की सलामती और स्त्रियों को अपनी आबरू बचाने के लिए मातृभूमि को अचानक छोड़ना पड़ा था।”
पड़ोसी मुल्कों से आए हिन्दू और सिख शरणार्थियों की मौजूदगी वाले कार्यक्रम में नड्डा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर हमला जारी रखते हुए कहा, “अपने राजनीतिक जीवन में क्या राहुल ने पाकिस्तान और बांग्लादेश से धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आए शरणार्थियों से मुलाकात का कोई प्रयास किया है?” उन्होंने कहा, “हमसे आज कहा जाता है कि हम धर्म की बात न करें। लेकिन सच तो यह है कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा कांग्रेस ने किया था।” नड्डा ने कहा, “भारत में हमने सदैव अल्पसंख्यकों की रक्षा की है। लेकिन क्या कोई कांग्रेस नेता जवाब देगा कि भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान और बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की आबादी क्यों लगातार घटती चली गई?”