हैदराबाद में पशु-चिकित्सक से सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में गिरफ्तार किए गए चार आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारे गए। घटना को अंजाम देने वाले चारों आरोपियों के एनकाउंटर के घटनाक्रम पर हैदराबाद पुलिस ने जानकारी साझा की। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने फायरिंग की जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में उन्हें ढेर किया गया। इस दौरान 10 पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद थे। पुलिसवालों को गोली नहीं लगी है उन्हें सिर पर गंभीर चोटें आई हैं। इसमें दो पुलिसवाले घायल हुए हैं। चारों आरोपियों को सबूतों के आधार पर पकड़ा गया था।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने पत्थर और डंडों से पहले हमला किया। उन्होंने पुलिस से बंदूक छीन ली और फायरिंग कर भागने लगे थे। इसके बाद पुलिस बल ने जवाबी फायरिंग की जो 5-10 मिनट तक चली। पुलिस के मुताबिक शवों को परिवारों को सौंपा जाएगा। इसके साथ ही पुलिस ने बताया कि पीड़ित का पावर बैंक, घड़ी और मोबाइल झाड़ियों से बरामद किया गया है।
जानकारी के मुताबिक आरोपी तब मारे गए, जब पुलिस द्वारा उन्होंने जांच के हिस्से के रूप में क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए मौके पर ले जाया गया था। वहीं पीड़िता के साथ हुई दर्दनाक घटना के बाद देशभर में गुस्से की लहर देखने को मिली थी और अपराधियों को तत्काल मौत की सजा देने की मांग की गई थी।
इस बीच मुंबई के कुछ वकीलों ने कथित एनकाउंटर पर चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया, नेशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन, तेलंगाना हाई कोर्ट और डीजीपी को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में मांग की गई है कि एनकाउंटर के नाम पर कस्टडी में रखे गए रेप के चार आरोपियों को मारने पर एफआईआर दर्ज हो। वकील गुणरत्न सदावर्ते ने यह जानकारी दी।
एनकाउंटर पर एक मृत आरोपी की पत्नी ने कहा है कि पुलिस उनका भी एनकाउंटर कर दे। आरोपी की गर्भवती पत्नी ने कहा ‘मुझे भी उसी जगह पर ले जाया जाए और गोलियां चलवा दी जाए। हमने एक साल पहले शादी की थी लेकिन अब मैं उनके बिना नहीं रह सकती। उनके साथ जो हुआ ‘सही’ नहीं है। मेरे पति की मौत के बाद अब कुछ बचा नहीं हैं।’