हैदराबाद । डा प्रियंका रेड्डी के रेप और हत्यारोंके एनकाउंटर करने वाले पुलिस कमिश्नर सज्जनार काफी बहादूर और बोल्ड स्टेप लेने वाला अफसर माना जाता है। ऐसा पहली बार नहीं है जब उनके किसी बड़े पद पर रहते इस तरह का एनकाउंटर हुआ हो। इससे पहले 2008 में वो जब वारंगल के एसपी थे तब भी ऐसा ही कुछ हुआ था।
2008 में वारंगल जिले में दो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स पर एसिड अटैक का मामला सामने आया था। इसके पीछे एकतरफा प्यार और प्यार को ठुकराने की बात कही जा रही थी। एसिड अटैक के बाद जहां एक छात्रा की मौत हो गई थी और दूसरी मौत से लड़ रही थी। उस समय एसपी रहे सज्जनार की टीम ने तीन आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया था और इसी तरह से हथियार छीनकर भागने की कोशिश में हुए एनकाउंटर में मारे गए थे।
वीसी सज्जनार को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के नाम से जाना जाता है। साइबराबाद पुलिस जब महिला डाॅक्टर की हत्या और दुष्कर्म के मामले की जांच कर रही थी तब पुलिस टीम की कमान सज्जनार के हाथों में ही थी। ऐसे में जब फिर से आरोपियों का एनकाउंटर हुआ तो सज्जनार के पुराने मामले भी सामने आने लगे हैं। दरअसल 11 साल पहले सज्जनार ने ऐसा ही एक और एनकाउंटर किया था।
11 साल पहले एसिड अटैक की कर रहे थे जांच
साल 2008 में वारंगल जिले में एक एसिड अटैक केस की जांच सज्जनार ही कर रहे थे। उस वक्त वह सज्जनार वारंगल जिले के एसपी हुआ करते थे। मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2008 में तीन लड़कों ने स्कूटी से काॅलेज जा रही दो लड़कियों पर एसिड फेंक दिया था। दरअसल एक लड़की ने मुख्य आरोपी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। एसिड के हमले में एक लड़की की मौके पर मौत हो गई थी। जिसके बाद वहां की जनता में भारी आक्रोश पैदा हो गया।