नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर से महात्मा गांधी के हत्यारे को ‘देशभक्त’ कहा है।
लोकसभा में डीएमके सांसद ए राजा ने एसपीजी संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान एक टिप्पणी की। उन्होंने नकारात्मक मानसिकता को लेकर गोडसे का उदाहरण दिया। टिप्पणी सुनते ही प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि ‘देशभक्तों का उदाहरण मत दीजिए।’
विधेयक पर चर्चा के दौरान ए राजा सदन में कह रहे थे, “महात्मा गांधी हत्याकांड में जब अपीलीय अदालत में अपील दायर की गई थी तब गोडसे ने एक बयान दिया था, मैं उसके कुछ वाक्य पढ़ने की अनुमति चाहूंगा। मैं उद्धृत करता हूं…ए राजा गोडसे का अदालत में दिया बयान पढ़ ही रहे थे कि हस्तक्षेप करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘देशभक्तों का उदाहरण नहीं देंगे आप…’ साध्वी के ये कहते ही सदन में हंगामा हो गया। हालांकि प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लोकसभा की कार्यवाही से हटा दिया गया है। विवाद बढ़ने के बाद जब प्रज्ञा सिंह ठाकुर से पत्रकारों ने सवाल किया तो उन्होंने कहा कि वो कल इस पर जवाब देंगी।
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “प्रज्ञा सिंह ठाकुर का माइक ऑन नहीं था। जब वो उधम सिंह का नाम ले रहे थे तब उन्होंने इस पर आपत्ति जताई है। इसके अलावा गोडसे या किसी और के बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा है। इसका स्पष्टीकरण भी उन्होंने दिया है. ये रिकॉर्ड पर भी नहीं है. ये ख़बर फैलाना सही नहीं है।”
वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री और भाजपा के अध्यक्ष इस पर विचार करें और तय करें कि क्या करना है।” लोकसभा में बहुजन समाज पार्टी के दल के नेता दानिश अली ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “प्रज्ञा ठाकुर नाथूराम गोडसे को देशभक्त कहेंगी तो इसका जवाब तो हमारे प्रधानमंत्री को देना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “क्या ये इस देश के हमारे प्रधानमंत्री अपने आप को इतना कमज़ोर महसूस कर रहे हैं कि उनकी बार-बार चेतावनी के बाद सदस्य ऐसे बयान दे रहे हैं. हमें इसमें गड़बड़ नज़र आती है। या तो गंभीरता से चेतावनी नहीं दी गई या उन्हें बार-बार ऐसा कहने की अनुमति दी जा रही है। देश के पहले आतंकवादी नाथूराम गोडसे का चरित्र बदलने की कोशिश की जा रही है।”
हाल ही में प्रज्ञा ठाकुर का नाम उस समय भी विवादों में आया था जब उन्हें रक्षा मंत्रालय की 21 सदस्यीय संसदीय सलाहकार समिति में शामिल किया गया था। कांग्रेस ने इसे देश का अपमान बताया था। प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 के मालेगांव ब्लास्ट मामले में अभियुक्त हैं। फिलहाल वो स्वास्थ्य कारणों से ज़मानत पर बाहर हैं। इससे पहले भी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महात्मा गांधी की हत्या के दोषी नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि इसे बयान के लिए वो उन्हें कभी दिल से माफ़ नहीं कर पाएंगे।