@शब्द दूत ब्यूरो (04 अक्टूबर 2025)
हल्द्वानी। रेलवे में यात्री सुविधाओं को बेहतर बनाने के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। लालकुआं-बरेली रेल मार्ग पर स्थित मोटाहल्दू रेलवे क्रॉसिंग इसका जीता-जागता उदाहरण है, जहां आज भी लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस क्रॉसिंग पर लगाया गया ऑटोमैटिक गेट सिस्टम आए दिन खराब रहता है। नतीजतन, गेटमैन को मैनुअल तरीके से एक-एक गेट खोलना और बंद करना पड़ता है, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं। अक्सर स्कूल जाने वाले बच्चे, दफ्तर जाने वाले कर्मचारी और एम्बुलेंस जैसी आपात सेवाएं भी इस जाम में फंस जाती हैं।
यात्रियों का कहना है कि रेलवे प्रशासन द्वारा नई तकनीक और आधुनिक सिस्टम लगाने के दावे तो खूब किए जाते हैं, लेकिन रखरखाव की अनदेखी के कारण सिस्टम फेल हो जाता है। इस वजह से क्षेत्रवासियों को रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
लोगों ने मांग की है कि रेलवे प्रशासन जल्द से जल्द इस क्रॉसिंग पर ऑटोमैटिक सिस्टम को दुरुस्त करे ताकि यातायात सुचारू रूप से चल सके और यात्रियों को राहत मिल सके।
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