@विनोद भगत
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने अब तक के कार्यकाल में यह साबित किया है कि युवा नेतृत्व भी दृढ़ संकल्प, अनुशासन और विकास की दृष्टि से प्रदेश को नई दिशा दे सकता है। वर्ष 2021 में मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद से धामी ने जिस तेजी और निष्ठा के साथ काम किया है, उसने उत्तराखंड को विकास के नए मार्ग पर अग्रसर किया है।
पुष्कर सिंह धामी राज्य के अब तक के सबसे युवा मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने युवाओं के हित में कई बड़े कदम उठाए। भर्ती घोटालों पर सख्त कार्रवाई कर उन्होंने साफ-सुथरे प्रशासन की मिसाल पेश की। उन्होंने सरकारी भर्तियों की प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया और पेपर लीक जैसी घटनाओं पर शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई। युवाओं के लिए स्वरोजगार योजनाएं शुरू कीं, जिससे हजारों युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर मिला।
विकास के क्षेत्र में भी धामी सरकार ने उल्लेखनीय काम किए हैं। चारधाम यात्रा मार्ग, ऑल वेदर रोड, स्मार्ट सिटी देहरादून परियोजना, हर घर नल-हर घर जल योजना जैसी योजनाओं ने प्रदेश की आधारभूत संरचना को मजबूत किया है। सीमांत क्षेत्रों में सड़क, बिजली और स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार से पलायन रोकने की दिशा में ठोस पहल हुई है।
आस्था और संस्कृति के क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री धामी ने विशेष ध्यान दिया है। केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों ने उत्तराखंड को एक नया धार्मिक और पर्यटन स्वरूप दिया है। मनसखंड मंदिर माला मिशन के माध्यम से कुमाऊं क्षेत्र के मंदिरों को भी पर्यटन सर्किट से जोड़ा गया है।
महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए भी धामी सरकार लगातार प्रयासरत है। मुख्यमंत्री नारी सशक्तिकरण योजना और महिला स्वयं सहायता समूहों को बढ़ावा देने वाली योजनाओं से हजारों महिलाओं को आर्थिक मजबूती मिली है। धर्मांतरण और लव जिहाद जैसे संवेदनशील मुद्दों पर भी सख्त कानून लागू किए गए, जिससे सामाजिक संतुलन बना है।
सुशासन के क्षेत्र में मुख्यमंत्री धामी ने “भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहनशीलता” की नीति पर अमल करते हुए प्रशासनिक पारदर्शिता को प्राथमिकता दी है। डिजिटल सेवाओं के विस्तार से नागरिकों को सरकारी सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हो रही हैं।
पुष्कर सिंह धामी ने अपने कार्यकाल में यह दिखाया है कि युवा सोच और ईमानदार नेतृत्व से प्रदेश में सकारात्मक बदलाव लाया जा सकता है। आज उत्तराखंड तेज गति से विकास की राह पर है और इसका श्रेय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ऊर्जावान, निर्णायक और जनहितकारी नेतृत्व को जाता है।
हालांकि राजनीतिक क्षेत्र में आरोप प्रत्यारोप का दौर चलता रहता है और किसी भी व्यक्ति या नेता के लिए हर किसी को संतुष्ट करना संभव नहीं है। इसलिए इस पद पर बैठे व्यक्ति को आलोचना का सामना करना ही पड़ता है। और ये स्वाभाविक भी है। कुल मिलाकर राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप से हटकर सोचा जाये तो उत्तराखंड में युवा नेतृत्व के रूप में पुष्कर सिंह धामी का कार्यकाल बेहतर माना जा सकता है।
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